रविवार, 14 नवंबर 2021
गांव की वीरान पगडंडियों पर नेताजी की दस्तक से लौटी रौनक
उत्तराखंड का चुनावी रण
लग्जरी गाड़ियां में चलने वाले नेताजी अब गांव की पगडंडियों पर चल पड़े,नेताजी गांव में क्या पहुंचे की युवाओं का जोश परचान चढ़ने लगा
संतोष 'सप्ताषु'
देहरादून। सालों से वीरान गांवों की पगडंडियों पर एकदम से चहल-पहल बढ़ गई है। जिन पगडंडियों पर लंबी-लंबी घास शांत थी आजकल वह अशांत हो गई है। गांवों के उबड-खाबड़ रास्तों पर उगी झाड़ियां, खाली और बंजर खेत-खलियान, पेड़-पौधों से लेकर जंगली जानवर और एकाध पक्षी भी मनुष्यों की दस्तक से चहकने लगे है।
इसे आप कल्पना लोक की पक्तियां समझ रहे होंगे, लेकिन यह कल्पना लोक की पक्तियां नहीं बल्कि हकीकत है। क्योंकि पांच साल तक लग्जरी गाड़ियों में शहरों में ऐश कर रहे नेताजी गांवों की ओर रूख कर गए हैं तो यह स्वाभाविक है न की कल्पना। बता दें कि उत्तराखंड में चुनाव का बिगुल बज गया है और विधानसभा पहुंचने का सपना देखने वाले नेताजी रण में कूद गए हैं। नेताजी गांव-गांव जाकर सालों बाद लोगों का दुःख-दर्द और चुनावी वादों की झड़ी लगाने लगे हैं।
चुनाव आते ही पांच वर्ष तक लग्जरी गाड़ियों में चलने वाले नेताजी अब गांव की पगडंडियों पर चल पड़े हैं। नेताजी गांव में क्या पहुंचे की युवाओं का जोश परचान चढ़ गया। नेता जी के साथ युवाओं का हुजूम भी उमड़ रहा है। शहरी आवोहवा में जीने और शहरी खान-पान के शौकीन युवाओं को भी अचानक गांव की याद आने के साथ-साथ पहाड़ का खान-पान अच्छा लगने लगा है। चाउमिंग, मोमो, वर्गर का स्वाद भूल युवा गांवों में कोदे की रोटी, फाणू,अरसे और पहाड़ का सबकुछ अचानक अच्छा लगने लगा। क्योंकि गांवों में चुनावी रथ चल रहे हैं और शहर की घुटनभरी जिंदगी से अच्छी गांव की जिंदगी का युवा आनंद ले रहे है।
प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने अभी टिकट घोषित नहीं किए हैं, मगर इनके दावेदार चुनावी रण में कूद चुके हैं। विभिन्न सीटों पर दावेदारी कर रहे नेतागणों ने अभी से अपने हक में वोट मांगने के लिए मतदाताओं के दर पर दस्तक देनी शुरू कर दी है। यही वजह है कि एक विधानसभा क्षेत्र में ही पार्टी के अलग-अगल दावेदार नजर आ रहे हैं। एक ही पार्टी के कई दावेदारों को देखकर जनता भी चकरा रही है।
इसी कड़ी में आज हम केदारनाथ सीट पर चर्चा कर रहे है। केदारनाथ विधानसभा सीट उत्तराखंड की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस बार केदारनाथ विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है।केदारनाथ विधानसभा सीट उत्तराखंडके रुद्रप्रयाग जिले में आती है। 2017 में केदारनाथ में कुल 24.74 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से मनोज रावत ने स्वतंत्र के कुलदीप सिंह रावत को 869 वोटों के मार्जिन से हराया था।
केदारनाथ विधानसभा चुनाव परिणाम (2017)
उम्मीदवार का नाम पार्टी स्थान कुल वोट वोट प्रतिशत % मार्जिन
मनोज रावत काँग्रेस विजेता 13,906 24.74% 869
कुलदीप सिंह रावत स्वतंत्र दूसरे स्थान पर 13,037 23.20%
आशा स्वतंत्र 3rd 11,786 20.97%
शैला रानी रावत भाजपा 4th 11,472 20.41%
Gangadhar यूकेडी 5th 2,734 4.86%
Gangadhar सीपीएम 6th 1,001 1.78%
None Of The Above नोटा 7th 715 1.27%
Shambhu Prasad Bhatt स्वतंत्र 8th 650 1.16%
Vikram Singh एसएएसपी 9th 456 0.81%
Kundan Lal बसपा 10th 447 0.80%
केदारनाथ अब तक विधानसभा चुनाव परिणाम
साल
उम्मीदवार का नाम पार्टी स्थान कुल वोट वोट प्रतिशत % मार्जिन
2017
मनोज रावत काँग्रेस विजेता 13,906 24.74% 869
कुलदीप सिंह रावत स्वतंत्र दूसरे स्थान पर 13,037 23.20%
2012
शैला रानी रावत काँग्रेस विजेता 19,960 42% 2,328
आशा भाजपा दूसरे स्थान पर 17,632 37%
2007
आशा भाजपा विजेता 16,971 33% 2,979
कुंवर सिंह नेगी काँग्रेस दूसरे स्थान पर 13,992 27%
2002
आशा देवी भाजपा विजेता 13,080 30% 3,465
शैला रानी रावत काँग्रेस दूसरे स्थान पर 9,615 22%
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