बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बगैर किसी सुरक्षा घेरे को साथ

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बगैर किसी सुरक्षा घेरे को साथ  

बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बगैर किसी सुरक्षा घेरे को साथ लिए निजी वाहन से देहरादून के शहर व बाहरी क्षेत्र का भ्रमण कर विशेष रूप से सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। प्रातः लगभग 7ः30 बजे मुख्यमंत्री अपने कक्ष से बाहर निकले और अपने निजी वाहन में बैठ गए। उनके साथ सलाहकार संजय चैधरी व मीडिया समन्वयक राजीव जैन थे। मुख्यमंत्री ने अन्य किसी भी स्टाफ को साथ आने से मना कर दिया। वे पहले तिलक रोड़ और फिर धामावाला गए। धामावाला में मुख्यमंत्री ने डीएम देहरादून रविनाथ रमन को बुला लिया। वहां से फिर डिस्पेंसरी रोड़, तहसील चैक, रामुला बिल्डिंग, मुस्लिम कालोनी, कारगी चैक, माजरा, निरंजनपुर मंडी में सड़कों, नालियों की साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। सीएम ने आईएसबीटी, बल्लीवाला चैक व बल्लुपुर चैक में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के काम को भी देखा। माजरा में सीवर लाईन के लिए खुदी सड़कों से लोगों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए एडीबी के अधिकारियों को जल्द सुधार करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कारगी में राशन की दुकान पर राशन के लिए खड़े लोगों से भी बातचीत की। सीएम ने अपने शहर भ्रमण के दौरान जगह-जगह काम कर रहे सफाई कमिर्यों से भी बातचीत कर उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी ली। 
मुख्यमंत्री ने देहरादून शहर व इसके बाहरी क्षेत्रों का औचक निरीक्षण करने के बाद बीजापुर में संबंधित अधिकारियों के साथ फाॅलोअप बैठक की। इसमें नगर निगम देहरादून के मेयर विनोद चमोली, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नीलू सहगल, सचिव शहरी विकास डीएस गब्र्याल, डीएम देहरादून रविनाथ रमन, वीसी एमडीडीए मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव सूचना व खाद्य नागरिक आपूर्ति चंदे्रश कुमार, नगर निगम के एमएनए नितिन भदौरिया शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगर निगम में सम्मिलित देहरादून के बाहरी क्षेत्रों में समुचित सफाई व्यवस्था के लिए शासन स्तर से नगर निगम की सहायता करनी होगी। उन्होंने सचिव शहरी विकास को इसके लिए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि वैसे तो देहरादून को लेकर अनेक योजनाएं प्रस्तावित हैं परंतु तात्कालिक सुधार के काम पर विशेष फोकस करना होगा। नगर निगम को कूड़ा उठाने की आवश्यकतानुसार संख्या में आधुनिक गाडि़यां उपलब्ध करवाई जाए। मुख्य मार्गों के लिए बड़ी गाडि़यां व छोटे मार्गों के लिए रिक्शा दिए जाएं। नगर निगम को सेनेटरी इंस्पेक्टर, पूर्णकालिक चिकित्सक, सफाई कर्मचारी उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की जाए। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के लिए प्रत्येक व्यक्ति समान रूप से महत्वपूर्ण है। मुख्य मार्गों के साथ ही आंतरिक व छोटे मार्गों की भी समुचित सफाई पर ध्यान दिया जाए। जगह-जगह निजी प्लाटों में कचरा फेंके जाने पर रोक लगे। पर्याप्त संख्या में कचरापात्र उपलब्ध हों ताकि लोग कचरा इधर उधर न फेंके। शहर के आंतरिक ड्रेनेज की व्यवस्था भी सुधारी जाए। इसके लिए अगले बजट में अलग से प्राविधान रखा जाए। यातायात में बाधा बन रहे व लोगों की सुरक्षा को खतरा बन रहे बिजली के खम्भों को तुरंत हटाया जाए। सुरक्षित ट्रांसफार्मरों के लिए स्मार्ट तरीका विकसित किया जाए। सीएम ने सख्त शब्दों में कहा कि यह एसएसपी की जिम्मेवारी होगी कि नदियों के किनारे बनाए जा रहे पुश्तों पर अतिक्रमण न हो। साथ ही कहीं पर कोई नया अतिक्रमणन न होने पाए। जिलाधिकारी सुनिश्चित करें कि विभिन्न विभागों द्वारा काम कराए जाने के बाद सड़कों पर मलबा न छोड़ा जाए।
santosh

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