मंगलवार, 21 अप्रैल 2015

पवित्र चारधाम यात्रा शुरू श्रद्वालु आस्था पथ पर रवाना

यमुनोत्राी-गंगोत्राी के कपाट खुले, 








अक्षय तृतीया पर मंगलवार को चारधम यात्रा की शुरुआत हो गई। मंत्रोच्चारण के साथ दोपहर लगभग 12 बजे यमुनोत्राी मंदिर के कपाट खुल गए। इससे पहले मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरसाली से डोली मंगलवार की सुबह यमुनोत्राी पहुंची। इसके बाद दोपहर लगभग 12ः30 बजे मां गंगा की डोली की मौजूदगी में गंगोत्राी मंदिर के कपाट श्र(ालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए। कपाट खुलने के पहले से ही श्र(ालु आस्था पथ पर रवाना होने लगे। कपाट खुलने के दौरान धम में सैकडों श्रद्घालु मौजूद रहे। सोमवार को भी (षिकेश से 17 बसों में मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और गुजरात के 535 तीर्थयात्राी चारधम की यात्रा पर रवाना हुए। इससे पहले उत्तरकाशी में मां गंगा के शीतकालीन प्रवास मुखबा में विध्वित पूजा-अर्चना के बाद सोमवार को मां की डोली गंगोत्राी धम के लिए रवाना हो गई। तीर्थ पुरोहितों के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण डोली को विदा करने मुखबा गांव में जुटे। शाम को डोली रात्रि विश्राम के लिए भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर में पहुंची। धम के कपाट खुलने के घ्दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्राी हरीश रावत भी मौजूद रहे।

उत्तराखंड सुरक्षित, बेझिझक आएं यात्राीःसीएम

 मुख्यमंत्राी हरीश रावत ने गंगोत्राी और यमुनोत्राी धम के विकास को विशेष योजना बनाने की बात कही। खरसाली में उन्होंने यमुनोत्राी धम को राज्य का विशेष मंदिर का दर्जा दिए जाने की घोषणा की। उन्होंने उत्तराखंड राज्य को सुरक्षित बताते हुए देश और दुनिया के लोगों से यात्रा पर आने की अपील की। मंगलवार सुबह मुख्यमंत्राी हेलीकाप्टर से खरसाली पहुंचे। जहां उन्होंने यात्रा को लेकर जिलास्तरीय अध्किारियों को विभिन्न दिशा निर्देश दिए। उन्होंने शहरी विकास मंत्राी प्रीतम सिंह पंवार को यमुनोत्री धम के कपाटोद्घाटन समारोह में मौजूद रहने को कहा। जबकि जीएमवीएन के एमडी सी. रविशंकर को यात्रा व्यवस्था के हर इंतजाम पर नजर रखने के निर्देश दिए। कहा कि यमुनोत्राी मंदिर चार धम यात्रा का पहला धम है। लिहाजा सरकार इसे विशेष मंदिर का दर्जा दे रही है। स्थानीय लोगों की मांग पर उन्होंने धर्मिक पर्यटन की कालिंदी, गरुड़ गंगा और यमुनोत्राी महायोजना में दिलचस्पी दिखाई। उन्होंने कहा कि वे इस योजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श और रायशुमारी कर जल्द ही कोई कदम उठाएंगे। खरसाली से यमुना की डोली विदाई के कार्यक्रम में मुख्यमंत्राी ने भी डोली को कंध देकर यात्रा के शुभारंभ की घोषणा की। इसके बाद उन्होंने हेलीकाप्टर से गंगोत्राी धम का रुख किया। हर्षिल तक हेलीकाप्टर व उसके बाद सड़क मार्ग से मुख्यमंत्राी गंगोत्री धम पहुंचे, जहां उन्होंने कपाटोद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत के बाद अध्किारियों की बैठक ली। इस दौरान गंगोत्राी विधयक व संसदीय सचिव ने मुख्यमंत्राी से गंगोत्राी मंदिर समिति की मदद करने की मांग की। मुख्यमंत्राी ने कहा कि गंगोत्राी धम के विकास के लिए विशेष कार्ययोजना पर काम किया जाएगा। इसमें तीर्थपुरोहितों के साथ ही व्यापारी, साध्ू समाज व स्थानीय लोग भी शामिल होंगे। इस मौके पर मुख्य सचिव एन. रविशंकर, जिलाध्किारी इंदूधर बौड़ाई, एसडीएम हरिगिरी समेत अन्य जिला स्तरीय अध्किारी मौजूद रहे।

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