शनिवार, 25 अप्रैल 2015

कपाट खुलने से पूर्व उमड़ा आस्था का सैलाब


गाडू घड़ा यात्रा पहुंची श्री बदरीनाथ धम


 हजारों लोगों का हुजूम देख लग रहा था कि वर्ष 2013 में आयी हिमालयी सुनामी जैसे लोग भूल गए हैं मौका था गाडू घड़ा यात्रा का। आज पांडुकेश्वर से जैसे ही गाडू घड़ा यात्रा बदरीनाथ धम के लिए रवाना हुई वैसे ही हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने भगवान बदरीविशाल की जय-जयकार के नारे लगाएं। पांडुकेश्वर से चली गाडू घड़ा यात्रा का विभिन्न स्थानों पर जोरदार स्वागत हुआ। बदरीशपुरी पहुंचने पर यहां भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रातः 10 बजे कुबेर, उ(व जकी डोली व शंकराचार्य की गद्दी, गाडू घड़ा यात्रा बदरीनाथ के लिए रवाना हुई। बदरीनाथ में कुबेर की डोली बामणी गांव में रात्रि विश्राम किया, जहां भक्तों ने जय कारे लगाए।  वहीं शंकराचार्य की गद्दी परिक्रमा स्थल पर विराजमान की गई। उ(व की डोली रावल निवास पर रखी गई। उल्लेखनीय है कि अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री-यमुनोत्राी और शुक्रवार को केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद आज प्रातः श्री बदरीनाथ धम के कपाट खुलेंगे।
शनिवार को गाडू घड़ा यात्रा के समयश्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह, वेदपाठी सत्य प्रसाद चमोला, राधकृष्ण थपलियाल सहित सैकड़ों श्र(ालु शामिल थे।

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