बुधवार, 29 अप्रैल 2015

चट्टान भी नहीं रोक पाए ‘आस्था के पथ’

आज से सुचारू चलेगी बदरीनाथ यात्रा,
 हाईवे बंद होने के बाद भी पैदल ही पहुंचे बदरीनाथ 


नंदन विष्ट

बदरीनाथ। जब सैकड़ों श्र(ालुओं के जत्थे विष्णुप्रयाग से पैदल ही बदरीनाथ धम के लिए निकले तो विष्णुप्रयाग में टूटी चट्टानों को काटकर सापफ करने में लगे श्रमिक कुछ नहीं कह पाए और कुछ समय के लिए कार्य रोक दिया और श्र(ालुओं को आस्था के पथ पर बढ़ने दिया। क्योकि माना जाता है कि आस्था के पथ में जो भी बाधएं आ जाएं सच्चे मन से यात्रा कर रहे श्र(ालुओं के कदमों को नहीं रोक पाती हैं। यही हुआ विष्णुप्रयाग में हाईवे बंद होने के बाद। इसके बाद जो लोग बदरीनाथ धम पैदल जाना चाह रहे हैं उन्हें जाने दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि यात्रा शुरू होने से पूर्व कंचन गंगा में ग्लेशियर बांध बनके खड़े थेे, लेकिन आस्था के पथ में बीआरओ ने इसका तोड़ निकालकर यहां पर वैकल्पित व्यवस्था कर मार्ग को सुचारू किया। लेकिन विष्णुप्रयाग में चट्टान गिरने के बाद कापफी प्रयास के बाद भी नहीं खुल पाया मार्ग तो इसका भी इलाज पैदल यात्रियों को न रोककर आस्था के पथा को सरल बनाया। बारिश के कारण मंगलवार को बदरीनाथ हाईवे पर विष्णुप्रयाग    शेष पेज चार पर
में चट्टान टूटने से हाईवे बाध्ति हो गया, जिससे तीर्थयात्रियों को रास्ते में रोकना पड़ा। बुध्वार को भी बद्रीनाथ हाईवे बंद रहा। प्रशासन ने दावा किया है कि गुरूवार सुबह खुल जाएगा। करीब दो सौ यात्राी विष्णुप्रयाग से पैदल ही बद्रीनाथ गए। विष्णुप्रयाग में बोल्डर हटाते समय बुध्वार की दोपहर दो बीआरओ कर्मचारी चोटिल हो गए। दोपहर लगभग एक बजे बदरीनाथ हाईवे पर चट्टान से बोल्डर आ गए, जिस कारण बीआरओ का डोजर पफंस गया और काम रुक गया। बताया गया कि इस स्थिति में बुध्वार को भी बदरीनाथ हाईवे नहीं खुल पाया। मंगलवार को बदरीनाथ धम समेत यात्रा पड़ावों पर करीब चार हजार तीर्थयात्री पफंस गए। तीर्थयात्रियों के वाहनों को पुलिस ने जोशीमठ, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर और बदरीनाथ में ही रोक लिया है। बारिश के कारण हाईवे खोलने का काम भी शुरू नहीं हो पाया था। मंगलवार को बदरीनाथ हाईवे पर वाहनों की सुचारु आवाजाही हो रही थी। दोपहर बारह बजे अचानक मौसम ने करवट बदली और एक बजे जोशीमठ क्षेत्रा में बारिश शुरू हो गई। विष्णुप्रयाग में अचानक चट्टान का एक हिस्सा टूटकर हाईवे पर आ गया, बड़े-बड़े बोल्डर हाईवे पर अटक गए। बदरीनाथ धम जा रहे तीर्थयात्रियों के 15 वाहन मारवाड़ी पुल तक पहुंच गए थे, लेकिन हाईवे बंद होने से वाहनों को जोशीमठ भिजवा दिया गया। बीआरओ के कमांडर आर सुब्रमण्यम का कहना है कि हाईवे पर बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं। इन बोल्डरों को मशीनों से हटाना संभव नहीं होगा। इन्हें ड्रिल कर विस्पफोट से उड़ाया जाएगा। मौके पर कंप्रेशर मशीन पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि मौसम ठीक रहा तो बुध्वार को सुबह दस बजे तक हाईवे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा। विष्णुप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे पर जिस समय चट्टान का एक हिस्सा टूटा गनीमत रही कि उस समय वहां वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही थी, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई। विष्णुप्रयाग जोशीमठ से ग्यारह किमी की दूरी पर स्थित है। यहां करीब आधा किमी तक चट्टानी भाग है। वर्ष 2013 की यात्रा के दौरान भी चट्टान से पत्थर और मलबा हाईवे पर आने से यात्रा बार-बार बाध्ति होती रही।

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