रविवार, 14 नवंबर 2021

गांव की वीरान पगडंडियों पर नेताजी की दस्तक से लौटी रौनक

उत्तराखंड का चुनावी रण लग्जरी गाड़ियां में चलने वाले नेताजी अब गांव की पगडंडियों पर चल पड़े,नेताजी गांव में क्या पहुंचे की युवाओं का जोश परचान चढ़ने लगा संतोष 'सप्ताषु' देहरादून। सालों से वीरान गांवों की पगडंडियों पर एकदम से चहल-पहल बढ़ गई है। जिन पगडंडियों पर लंबी-लंबी घास शांत थी आजकल वह अशांत हो गई है। गांवों के उबड-खाबड़ रास्तों पर उगी झाड़ियां, खाली और बंजर खेत-खलियान, पेड़-पौधों से लेकर जंगली जानवर और एकाध पक्षी भी मनुष्यों की दस्तक से चहकने लगे है। इसे आप कल्पना लोक की पक्तियां समझ रहे होंगे, लेकिन यह कल्पना लोक की पक्तियां नहीं बल्कि हकीकत है। क्योंकि पांच साल तक लग्जरी गाड़ियों में शहरों में ऐश कर रहे नेताजी गांवों की ओर रूख कर गए हैं तो यह स्वाभाविक है न की कल्पना। बता दें कि उत्तराखंड में चुनाव का बिगुल बज गया है और विधानसभा पहुंचने का सपना देखने वाले नेताजी रण में कूद गए हैं। नेताजी गांव-गांव जाकर सालों बाद लोगों का दुःख-दर्द और चुनावी वादों की झड़ी लगाने लगे हैं। चुनाव आते ही पांच वर्ष तक लग्जरी गाड़ियों में चलने वाले नेताजी अब गांव की पगडंडियों पर चल पड़े हैं।  नेताजी गांव में क्या पहुंचे की युवाओं का जोश परचान चढ़ गया।  नेता जी के साथ युवाओं का हुजूम भी उमड़ रहा है। शहरी आवोहवा में जीने और शहरी खान-पान के शौकीन युवाओं को भी अचानक गांव की याद आने के साथ-साथ पहाड़ का खान-पान अच्छा लगने लगा है। चाउमिंग, मोमो, वर्गर का स्वाद भूल युवा गांवों में कोदे की रोटी, फाणू,अरसे और पहाड़ का सबकुछ अचानक अच्छा लगने लगा। क्योंकि गांवों में चुनावी रथ चल रहे हैं और शहर की घुटनभरी जिंदगी से अच्छी गांव की जिंदगी का युवा आनंद ले रहे है। प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस ने अभी टिकट घोषित नहीं किए हैं, मगर इनके दावेदार चुनावी रण में कूद चुके हैं। विभिन्न सीटों पर दावेदारी कर रहे नेतागणों ने अभी से अपने हक में वोट मांगने के लिए मतदाताओं के दर पर दस्तक देनी शुरू कर दी है। यही वजह है कि एक विधानसभा क्षेत्र में ही पार्टी के अलग-अगल दावेदार नजर आ रहे हैं। एक ही पार्टी के कई दावेदारों को देखकर जनता भी चकरा रही है। इसी कड़ी में आज हम केदारनाथ सीट पर चर्चा कर रहे है। केदारनाथ विधानसभा सीट उत्तराखंड की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। इस बार केदारनाथ विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है।केदारनाथ विधानसभा सीट उत्तराखंडके रुद्रप्रयाग जिले में आती है। 2017 में केदारनाथ में कुल 24.74 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से मनोज रावत ने स्वतंत्र के कुलदीप सिंह रावत को 869 वोटों के मार्जिन से हराया था। केदारनाथ विधानसभा चुनाव परिणाम (2017) उम्मीदवार का नाम       पार्टी                                 स्थान                                           कुल वोट      वोट प्रतिशत      % मार्जिन मनोज रावत               का‍ँग्रेस                               विजेता                                          13,906            24.74%            869 कुलदीप सिंह रावत स्वतंत्र                                   दूसरे स्थान पर                               13,037            23.20% आशा                     स्वतंत्र                                     3rd                                              11,786             20.97% शैला रानी रावत     भाजपा                                 4th                                                 11,472              20.41% Gangadhar        यूकेडी                                   5th                                                  2,734              4.86% Gangadhar सीपीएम 6th 1,001 1.78% None Of The Above नोटा 7th 715 1.27% Shambhu Prasad Bhatt स्वतंत्र 8th 650 1.16% Vikram Singh एसएएसपी 9th 456 0.81% Kundan Lal बसपा 10th 447 0.80% केदारनाथ अब तक विधानसभा चुनाव परिणाम साल उम्मीदवार का नाम पार्टी स्थान कुल वोट वोट प्रतिशत % मार्जिन 2017 मनोज रावत का‍ँग्रेस विजेता 13,906 24.74% 869 कुलदीप सिंह रावत स्वतंत्र दूसरे स्थान पर 13,037 23.20% 2012 शैला रानी रावत का‍ँग्रेस विजेता 19,960 42% 2,328 आशा भाजपा दूसरे स्थान पर 17,632 37% 2007 आशा भाजपा विजेता 16,971 33% 2,979 कुंवर सिंह नेगी का‍ँग्रेस दूसरे स्थान पर 13,992 27% 2002 आशा देवी भाजपा विजेता 13,080 30% 3,465 शैला रानी रावत का‍ँग्रेस दूसरे स्थान पर 9,615 22%

शनिवार, 11 सितंबर 2021

मच्छरों की फैक्ट्री: यहां हर हफ्ते हो रहे हैं 02 करोड़ मच्छर पैदा !

चीन: चीन (China) में एक फैक्ट्री है जो हर हफ्ते 02 करोड़ अच्छे मच्छरों (Good Mosquito) का उत्पादन करती है. ये मच्छर फिर जंगलों और दूसरी जगहों पर छोड़े जाते हैं, इन मच्छरों का काम दूसरे मच्छरों से लड़कर बीमारियां रोकना होता है. मच्छरों की वजह से ना जाने कितनी ही जानलेवा बीमारियां दुनियाभर में हर साल होती हैं और इससे करोड़ों लोगों की जान जाती है. इन दिनों मच्छरों के ही चलते डेंगू की बीमारी देशभर में लोगों की जान ले रही है. चीन ने मच्छरों को खत्म करने के लिए एक नायाब काम किया है. उसने ऐसे अच्छे मच्छरों का उत्पादन अपनी फैक्ट्री में शुरू किया है, जो बीमारी फैलाने वाले मच्छरों का नाश कर देते हैं. आप भी हैरान होंगे कि ये अच्छे मच्छर क्या होते हैं. दरअसर अच्छा मच्छर उन्हें इसीलिए कहा जाता है क्योंकि वो बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की ग्रोथ को अपने तरीके से रोक देते हैं. ये काम चीन ने एक रिसर्च के बाद शुरू किया है.चीन के दक्षिणी इलाके गुआंगझोऊ में एक फैक्ट्री है, जो इन अच्छे मच्छरों का उत्पादन करती है. हर हफ्ते करीब 02 करोड़ मच्छरों का उत्पादन होता है. ये मच्छर दरअसल वोलबेचिया बैक्टीरिया से संक्रमित होते हैं, इसका भी एक फायदा है. चीन में पहले सुन येत सेत यूनिवर्सिटी और मिशिगन यूनिवर्सिटी में एक रिसर्च में पता लगा कि अगर वोलबेचिया बैक्टीरिया के संक्रमित मच्छर तैयार किए जाएं तो वो बीमारी फैलाने के लिए बड़े पैमाने पर मच्छर पैदा करने वाले मादा मच्छरों को बांझ बना सकते हैं. बन इसी बिना पर इन मच्छरों का उत्पादन शुरू हुआ. इन अच्छे मच्छरों को वोलबेचिया मास्किटो भी कहा जाता है. पहले इन्हें गुआंगझोऊ की फैक्ट्री में ब्रीड किया जाता है. फिर जंगलों और मच्छरों की बहुतायत वाली जगह में छोड़ दिया जाता है. फैक्ट्री में पैदा मच्छर मादा मच्छरों से मिलकर उनकी प्रजनन क्षमता खत्म कर देते हैं. फिर उस एरिया में मच्छर कम होने लगते हैं और इससे बीमारियों पर रोकथाम लगने लगती है. मच्छरों को पैदा करने वाली चीन की ये फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी अपने तरह की फैक्ट्री है. ये 3500 वर्ग मीटर में फैली हुई है. इसमें 04 बड़ी वर्कशाप हैं. हर वर्कशाप हर हफ्ते करीब 50 लाख मच्छरों का उत्पादन करती है.मच्छरों को पैदा करने वाली चीन की ये फैक्ट्री दुनिया में सबसे बड़ी अपने तरह की फैक्ट्री है. ये 3500 वर्ग मीटर में फैली हुई है. इसमें 04 बड़ी वर्कशाप हैं. हर वर्कशाप हर हफ्ते करीब 50 लाख मच्छरों का उत्पादन करती है. चीन आज से नहीं बल्कि वर्ष 2015 से ही ऐसा कर रहा है. पहले तो ये मच्छर केवल गुआंगझोऊ के लिए तैयार किए जाते थे, क्योंकि यहां हर साल डेंगू फैलता है. अब यहां मच्छरों को काफी नियंत्रित किया जा चुका है लिहाजा बीमारियां भी नियंत्रित हो चुकी हैं. अब इस फैक्ट्री से मच्छरों का उत्पादन करके उन्हे चीन के दूसरे इलाकों में भी भेजा जाने लगा है. फैक्ट्री में पैदा हुए ये मच्छर आवाज तो बहुत करते हैं लेकिन एक खास समय के बाद खत्म हो जाते हैं. इनसे किसी तरह बीमारियां फैलने का कोई खतरा भी नहीं रहता. फैक्ट्री में पैदा हुए सभी मच्छर नर होते हैं. लैब में इन मच्छरों के जीन में बदलाव कर दिया जाता है चीन का ये प्रोजेक्ट इतना सफल रहा है कि ब्राजील में भी चीन ऐसी ही फैक्ट्री खोलने जा रहा है. चीन के इस तरीके ने अपने पहले ही ट्रायल में इसने ज़बरदस्त कामयाबी पायी. जिस इलाके में इन मच्छरों को छोड़ा गया, वहां कुछ ही समय में 96 फीसदी मच्छर कम हो गए. जिसके बाद चीन ने इसका इस्तेमाल बड़े पैमाने पर करना शुरू कर दिया.

पितृ पक्ष: पितरों की आत्म तृप्ति का समय!

पितृ पक्ष: पितरों की आत्म तृप्ति का समय!

बुधवार, 8 सितंबर 2021

देश की सुरक्षा, पारिस्थितिकी तथा संस्कृति का प्रतीक है पर्वतराज हिमालय

देश की सुरक्षा, पारिस्थितिकी तथा संस्कृति का प्रतीक है पर्वतराज हिमालय September 9, 2021 Santosh Benjwal 0 Comments आज से करीब पांच करोड़ साल पहले जब यूरेशियाई प्लेट और ग्रेटर इंडिया आपस में टकराए तो इस देश की सबसे सुंदर आकृति ने जन्म लिया, वो था हिमालय। वैसे भी जब भी भारत का विवरण आता है, इस महान पर्वत को नकारा नहीं जा सकता। जब हिमालय का निर्माण हुआ, तब टेथीज सागर बन चुका था। इस सागर की गोद में ही हिमालय पनपा। आज देश के परिदृश्य को सबसे बेहतर और सुंदर हिमालय ही बनाता है। इस देश के लिए हिमालय के योगदान में हवा, मिट्टी, पानी, जंगल ही नहीं आते बल्कि ये दुनिया में देश की पहचान को अलग-थलग बनाकर रखता है। हिमालय को देश के मुकुट का दर्जा भी दिया जाता है। वैसे हिमालय के कई नाम हैं, लेकिन अभी जब दुनिया में ग्लोबल वार्मिंग, क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दे खड़े हो रहे हैं, उस दृष्टि से हिमालय को क्लाइमेट गर्वनर का दर्जा भी प्राप्त है और होना भी चाहिए क्योंकि जब हिमालय नहीं था तब पैनिनसुलर इंडिया या उससे जुड़े देश के अन्य हिस्से एक बड़ी शीत लहर की चपेट में थे और यह भी कहा जा सकता है कि ये एक ठंडे रेगिस्तान के रूप में जाने जाते थे। जैसे ही हिमालय खड़ा हुआ, ये स्थान जीवन के लिए बेहतर साबित हो गए। जीवन और ज्ञान का केंद्र भारत की सीमा से खड़ा हिमालय मात्र इसकी रक्षा के लिए पहचान नहीं बनाता बल्कि इस देश को पनपाने में हिमालय की एक बहुत बड़ी भूमिका रही है। वैसे भी दुनिया में ये ढेर सारी जीव प्रजातियों का घर है। भारत के इतिहास की दो सबसे पुरानी व बड़ी नदियां ब्रह्मपुत्र व सिंधु कैलास पर्वत के उद्गम के साथ ही जन्मीं। ये नदियां हिमालय के पूर्वी व पश्चिमी छोर से यात्रा कर सागर में विलीन हो जाती हैं। इस बीच ये हिमालय के जनजीवन, मिट्टी व वनों को तर करती हैं। बात वनों की हुई है तो जानना जरूरी है कि देश के एक तिहाई वन यहां मौजूद हैं। करीब 41 फीसद भूमि यहां वनों को समर्पित है। इतना ही नहीं, दुनिया मे कई तरह की संस्कृतियां और संस्कार इसी से पनपे हैं। साधु-संतों की तपस्या का गढ़ भी हिमालय ही रहा। सभी तरह के मतों-पंथों के महान साधकों ने हिमालय में ही वास किया है। वन्य संस्कृति यहीं पनपी है। ज्ञान-विज्ञान का स्रोत भी यहां रहा और मोक्ष प्राप्ति के रास्ते भी यही से निकलते हैं। भारत देश को दुनिया की दृष्टि में आध्यात्मिक गुरू बनाने के पीछे हिमालय का भी योगदान है। सदियों से सेवा में तत्पर हिमालय की परिस्थितियां आज अगर अनुकूल न भी हों, फिर भी इस देश की लाइफलाइन के रूप में हिमालय ही जाना जाता है। स्वस्थ हो या बीमार, सदियों से खड़ा हिमालय तबसे जनसेवा में तत्पर रहा है और आने वाले हजारों वर्ष तक सतत रहेगा। यह हमेशा इस देश की सीमाओं के साथ ही सभी तरह के जीवन को पनपाने में भी सबसे बड़ा योगदान देता आ रहा है। देखा जाए तो हिमालय से जुड़े राज्य व देश की राजधानी सब इसकी कृपादृष्टि से ही फल-फूल रहे हैं। उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल या दूसरी तरफ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, सब के सब हिमालय के ही संरक्षण में ही बढ़ते आए हैं। इसके अतिरिक्त हिमालय व समुद्र के बीच पनपा रिश्ता, देश के उत्तर-दक्षिण के बीच की बसावट की भी सेवा करता है। यहां की हरित व श्वेत क्रांति उस मानसून के बलबूते पर ही है जो हिमालय व समुद्र के मेल-मिलाप का ही उत्पाद है। यहां का महफूज जीवन हिमालय की ही देन है। इतना सब होने के बाद भी देश के इस महान सेवाखंड को समझने में हम चुके हुए हैं, चूक गए हैं। भारत के मस्तक का मुकुट आज देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मनाने में जुटा है पर जहां से देश को सबसे ज्यादा जीवन के अमृत प्राप्त होते हों अगर उसके हालात खराब हों तो चिंतित होना स्वाभाविक है। साथ ही इसके प्रति गंभीरता भी होनी चाहिए क्योंकि सवाल उस मुकुट का है जो देश का सम्मान तय करता है। अगर मुकुट ही तटस्थ व स्थिर नहीं होगा तो देश की अस्थिरता पर सवाल खड़े तो होंगे ही। अगर हिमालय की परिस्थितियां बेहतर नहीं रहीं तो स्वतंत्रता के मायने भटके हुए होंगे। हिमालय के उस योगदान को तो हमें बार-बार याद करना ही होगा जिसने इसे स्वतंत्र व हमें सुरक्षित रखने में बड़ी भूमिका निभाई है। हिमालय न होने का मतलब अन्य देशों की घुसपैठ के रास्तों को निमंत्रण देना है। इस देश की सीमाओं में हिमालय ही दुश्मनों को अनवरत ललकारता रहता है। हिमालय से स्वावलंबन की परिभाषा भी इसलिए खरी उतरती है क्योंकि इसी से देश में बाग-बगीचे, खेत-खलिहान पनपे हैं। किसी भी देश के जनजीवन की प्राथमिक आवश्यकताओं में हवा, मिट्टी, जंगल, पानी सीधे बड़े योगदान के रूप में जाने जाते हैं और भारत को यह स्वाभिमान, स्वतंत्रता, स्वावलंबन हिमालय ने ही दिया है। जल रूपी जीवन के लिए देश का 65 फीसद हिस्सा हिमालय पर ही निर्भर है। इस देश के बड़े हिस्से में हर क्षण ली जाने वाली प्राणवायु की आपूर्ति भी इसके वनों से ही होती है। देश की पारिस्थितिकी व आर्थिक स्वतंत्रता हिमालय के हवा-पानी से ही पनपी है। मानव ही पहुंचा रहे नुकसान आज हिमालय को लेकर तमाम मुद्दे भी खड़े हो चुके हैं। इस बरसात को ही देखिए, देशभर में जहां एक तरफ मानसून ने कई कहर ढाए हैं, लेकिन हिमालय इससे सबसे ज्यादा व्यथित रहा है। अब अगर आने वाले कल में हिमालय पारिस्थितिकी और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से उस तरह तटस्थ खड़ा नहीं हो पाता है, जैसा यह सदियों से रहा है तो इसके लिए सबसे बड़ा दोष मानव और उसकी गतिविधियों के कारण ही है। आज हिमालय से संदर्भित योगदानों को परोसे जाने का समय है। ऐसे तौर-तरीके भी जुटाने की आवश्यकता है ताकि हिमालय के प्रति सबकी समझ बने। हिमालय के प्रति देश का सामूहिक योगदान और दायित्व बनता है कि हम इसके संरक्षण के लिए एकजुट होकर आगे आएं। डॉ. अनिल प्रकाश जोशी (लेखक पद्म भूषण से सम्मानित प्रख्यात पर्यावरण कार्यकर्ता हैं)

मंगलवार, 7 सितंबर 2021

बारिश के लिए टोटके: मेंढक की शादी, जिंदा आदमी की शवयात्रा, इंद्रदेव को सजा!

बारिश के लिए टोटके: मेंढक की शादी, जिंदा आदमी की शवयात्रा, इंद्रदेव को सजा! September 7, 2021 Santosh Benjwal 0 Comments मुखिया को गधे पर घुमाना… बारिश के लिए होते हैं एमपी में ऐसे टोटके उदय दिनमान डेस्कः मध्यप्रदेश के दमोह जिले में बारिश के नाम पर लोगों ने अजीबोगरीब टोटका किया गया है। मासूम बच्चियों को बिना कपड़े के गांव में घुमाया है। तस्वीर वायरल होने के बाद प्रदेश में हड़कंप मच गया है। राष्ट्रीय बाल आयोग ने इसे लेकर दमोह कलेक्टर को नोटिस भेजा है। इसके बाद मामले की जांच शुरू हो गई है। मगर एमपी में अच्छी बारिश के लिए अलग-अलग टोटके किए जाते हैं। कहीं मेढ़क की शादी, कहीं इंद्रदेव को सजा, कहीं गधे पर बैठाकर मुखिया को घुमाना तो कहीं पर जीवित व्यक्ति की शवयात्रा निकाली जाती है। बाढ़ के बाद एमपी के कई जिले सूखे की चपेट में हैं। ग्रामीण इलाकों में हर साल अच्छी बारिश के लिए ग्रामीण टोटके करते हैं। मालवा निमाड़ के कुछ ग्रामीण इलाकों मेंढक और मेंढकी की शादी कराई जाती है। इसी साल जुलाई महीने में इंदौर के राजवाड़ा क्षेत्र में दो युवकों को सांकेतिक रूप से मेंढक और मेंढकी बनाया गया। इसके बाद दोनों की शादी कराई गई। इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ खूब उमड़ी थी। मान्यता है कि मेंढक और मेंढकी की शादी से इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और अच्छी बारिश होती है। वहीं, बैतूल के आदिवासी इलाकों में बारिश के लिए अनोखे टोटके अपनाए जाते हैं। इसी साल जुलाई महीने में बैतूल जिले असाडी गांव में टोटका किया गया था। गांव के अदिवासी भगवान इंद्र की प्रतिमा को मिट्टी में लपेट देते हैं। ग्रामीणों में मान्यता है कि इससे भगवान इंद्र को सांस लेने में दिक्कत होती है। इसकी वजह से वह बारिश कराएंगे। वहीं, गांव के अर्द्धनग्न बच्चे उनकी परिक्रमा करते हैं। ग्रामीणों को पूरा भरोसा रहता है कि इससे बारिश होती है। जुलाई की शुरुआत में इसी साल बारिश नहीं होने की वजह से गांव में मुखिया को गधे पर बिठाकर घुमाया गया था। रतलाम के धराड़ गांव में ग्रामीणों ने मुखिया को गधे पर बैठाकर घुमाया था। मान्यता है कि ऐसा करने से इंद्रदेव प्रसन्न हो जाते हैं। इस दौरान गांव साथ में ढोल और नगाड़े बजाता है। बड़ी संख्या में गांव के लोग साथ-साथ घुमते हैं। मुखिया के गधे पर बैठाकर गांव के लोग देवी-देवताओं की पूजा भी करते हैं। एमपी के धार जिले में अच्छी बारिश के लिए जिंदा आदमी की शवयात्रा निकाली जाती है। इसी साल जून के आखिरी में धार जिले के सरदारपुर में बारिश के लिए एक जीवित व्यक्ति की शवयात्रा निकाली गई थी। गांव के लोगों ने मुकेश भाबर नाम के शख्स को अर्थी पर लिटाया और पूरे इलाके में उसकी शवयात्रा लेकर घूमे। इस शवयात्रा के दौरान ढोल नगाड़ों की आवाज भी सुनाई देती है। इस दौरान ग्रामीणों ने अच्छी बारिश की कामाना की थी। ग्रामीणों ने कहा था कि पिछले कुछ सालों में जब-जब बारिश नहीं हुई, तब-तब यह टोटका अजमाया है। वहीं, एमपी के दमोह जिले में तो टोटका के नाम पर अश्लीलता फैलाई गई है। यहां आदिवासी समाज के लोगों ने बारिश के लिए टोटका किया है। मासूम बच्चियों को गांव में नंगा घुमाया गया है। यह घटना बनिया गांव की है। गांव की बच्चियां बिना कपड़े के घुमते हुए खेर माता मंदिर तक पहुंची हैं। यहां पर खेर माता की प्रतिमा को गोबर का लेप किया है। गांव के लोगों की मान्यता है कि बारिश इतनी होगी कि प्रतिमा पर लगा हुआ गोबर खुद ही धुल जाएगा।

आप वरिष्ठ नेता कर्नल (सेनि) अजय कोठियाल की डोनेशन देकर लगी चौकीदार की नौकरी!

कर्नल कोठियाल, 25,000 रुपये लेकर सरकार ने कर्नल कोठियाल को दे दिया है चौकीदार का नियुक्ति पत्र आउटसोर्स कंपनी द्वारा बेरोजगारों के साथ छलावा पर बेरोजगारों के साथ पहुंचे उत्तराखंड सचिवालय बेरोजगारों के साथ मजाक किया जा रहा है,उनके हक से उनको महरूम किया जा रहा:कोठियाल आउटसोर्स कंपनी ने कर्नल कोठियाल को भी भेजा चंपावत में गार्ड की नौकरी का अपॉइंटमेंट लेटर बेरोजगारों के साथ नौकरी के नाम पर कमीशन खोरी और अवैध पैसा वसूला जा रहा है:कोठियाल उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी स्कैम के बाद आप ने बीजेपी सरकार में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा अवैध वसूली का किया पर्दाफाश हाथ में लंच बाक्स लेकर सचिवालय में नौकरी ज्‍वाइन करने पहुंचे कर्नल अजय कोठियाल देहरादून। मंगलवार को आप वरिष्ठ नेता कर्नल (सेनि) अजय कोठियाल हाथ में लंच बाक्स लेकर सचिवालय में नौकरी ज्‍वाइन करने पहुंचे। कर्नल अजय कोठियाल ने नौकरी के नाम पर डोनेशन का धंधा खोलने का आरोप लगाया। इस दौरान कर्नल कोठियाल ने बताया कि उन्हें महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग में चंपावत में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिली है। जिसके लिए उनसे 25 हजार रुपये की डोनेशन ली गई है। सरकार की नाक के नीचे इस तरह के कृत्य हो रहे हैं। इस संबंध में वार्ता के लिए कर्नल सचिवालय में सचिव स्तर के अधिकारियों से बातचीत करने गए हैं। https://fb.watch/7SYlKr3fPF/ https://fb.watch/7SVDW_EKaH/

सोमवार, 6 सितंबर 2021

बीजेपी के लिए मुसीबत बन रहे असंतोष के सुर

Latest Udaydinmaan उत्तराखंड राजनीति बीजेपी के लिए मुसीबत बन रहे असंतोष के सुर September 6, 2021 Santosh Benjwal 0 Comments देहरादून: उत्तराखंड में बीजेपी के लिए असंतोष के सुर मुसीबत बन रहे हैं। भाजपा के अंदर हो रहे विरोध से हाईकमान भी अपडेट है। रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ और भाजपा कार्यकर्ताओं के एक गुट का विवाद हाईकमान तक पहुंच गया है। काऊ ने उत्तराखंड प्रभारी और भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत कुमार गौतम से मिलकर शिकायत की है। शनिवार को रायपुर राजकीय महाविद्यालय के एक कार्यक्रम से पहले विधायक काऊ और भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं के बीच बवाल हुआ था। इससे पहले भी पार्टी के एक गुट के कार्यकर्ता काऊ की खिलाफत करते रहे हैं। सूत्रों के अनुसार रविवार को विधायक काऊ दिल्ली दरबार पहुंच गए और हाईकमना को पूरी स्थिति बताई। सूत्रों ने बताया कि पिछले चुनाव से लेकर अब तक कुछ कार्यकर्ताओं के उनकी खिलाफत में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। कहा कि विरोधियों के सार्वजनिक बैठकें करने से पार्टी की छवि को भी नुकसान पहुंच रहा है। चुनावी साल में भाजपा में अन्य कई विधानसभा क्षेत्रों में विधायकों के खिलाफ विरोध के सुर शुरू हो गए हैं। इससे पहले दून में ही राजपुर विधायक खजान दास के खिलाफ अंबेडकरनगर मंडल के कुछ पदाधिकारी भी अपनी नाराजगी जता चुके हैं। पौड़ी के विधायक मुकेश कोली के खिलाफ भी पार्टी के कुछ युवा कार्यकर्ता बगावती तेवर अपना चुके हैं, रुद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी के विरुद्ध हाल ही में एक गांव की महिलाएं उतर आई थी। मेरे से विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कोई शिकायत नहीं की है। विधानसभा चुनाव जब नजदीक आता है तो ऐसे छिटपुट विवाद सामने आते हैं। दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा, उत्तराखंड प्रभारी

शनिवार, 4 सितंबर 2021

PM Narendra Modi: दुनिया के सबसे पॉपुलर लीडर बने

PM Narendra Modi: दुनिया के सबसे पॉपुलर लीडर बने

कोरोना :हर 55 सेकंड में एक की मौत, प्रत्‍येक 60 सेकंड में 111 लोग संक्रमित

कोरोना :हर 55 सेकंड में एक की मौत, प्रत्‍येक 60 सेकंड में 111 लोग संक्रमित

ज्योतिषः 36 दिनों तक शनि रहेंगे वक्री!

https://www.udaydinmaan.com/astrology-saturn-will-be-retrograde-for-36-days/

गुरुवार, 8 अक्तूबर 2020

अद्भूतः दुनिया के खतरनाक सापों का खूबसूरत देश *स्नेक आइलैंड*

https://www.udaydinmaan.com/amazing-snake-island-the-beautiful-country-of-the-worlds-dangerous-snakes/

देश का पहला बैंक जो खाते में पैसा ना होने पर भी दे रहा 3 लाख खर्च करने को!

 https://www.udaydinmaan.com/the-first-bank-in-the-country-to-spend-3-lakhs-even-if-there-is-no-money-in-the-account/

मौत का पहाड़ः यहां भटके हुए इंसानों को रास्ता बताती हैं लाशें !

https://www.udaydinmaan.com/mountain-of-death-corpses-give-way-to-wandering-humans-here/

मंगलवार, 6 अक्तूबर 2020

आंवला: 100 रोगों की एक दवा, प्रकृति की अमूल्य और अनूपम भेट !

https://www.udaydinmaan.com/amla-a-medicine-of-100-diseases-natures-priceless-and-anupam-bhate/

फ्री में मिल रहे हैं Galaxy Fold, Galaxy s20 Ultra जैसे महंगे स्मार्टफोन!

फ्री में मिल रहे हैं Galaxy Fold, Galaxy s20 Ultra जैसे महंगे स्मार्टफोन!: रहस्यमयी: विश्व का अकेला जिन्दा भूतों का गांव, छूने से हो जाती है मौत!

रहस्यमयी: विश्व का अकेला जिन्दा भूतों का गांव, छूने से हो जाती है मौत!

 https://www.udaydinmaan.com/mysterious-the-worlds-only-live-village-of-ghosts-death-occurs-by-touching/

चारधाम यात्राः धीरे-धीरे उमड़ने लगा आस्था का सैलाब

 https://www.udaydinmaan.com/chardham-yatra-slowly-the-flood-of-faith-begins/

https://www.udaydinmaan.com/uttarakhand-language-institute-to-be-set-up-in-gairsain-chief-minister/

 https://www.udaydinmaan.com/uttarakhand-language-institute-to-be-set-up-in-gairsain-chief-minister/

गुरुवार, 28 जून 2018

हेमकुंड साहब , लक्ष्मण मंदिर है दो धर्मों का अद्भुत और सुखद तीर्थ और युग्म !

क्रांति भटृ
शायद इन पंक्तियों का रचनाकार उत्तराखंड आया नहीं आया जब उसने कश्मीर की फिंजाओंं को देखकर लिखा था ” कि पृथ्वी अगर कहीं स्वर्ग है तो यहीं है यहां है । अगर शायर के कदम और कलम उत्तराखंड की जमीन पर पडते तो शायद उसकी धारणा और कलम की हर्फ ( शब्दों ) में होता कि ” अगर पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है तो

सिख धर्म में दसवें गुरु , गुरु गोविंद साहब जी की पूर्व जन्म की हिमालयी तप स्थली ” हेमकुंड साहब ” के शीतकाल के बाद द्वार खुलते ही प्रतिदिन हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री यहां पंहुच रहे हैं । सात सुन्दर पहाडियों से घिरे , पवित्र पुष्पावती नदी के तीर और शीतल शान्त और पवित्र हिम जल से परिपूर्ण कुंड ” हिमकुंड ” या ” हेमकुंड ” न सिर्फ धर्म के धर्म को ; वरन आध्यात्म की गहराई और प्रकृति में , नैसर्गिक सौंदर्य में ईश्वर पा लेने वालों को भी अपने हिस्से का भगवान के दर्शन करा लेता है ।



 क्या है मान्यता सिख धर्म में?
पवित्र गुरु ग्रंथ साहब के बाद एक पुस्तक है ” विचित्र नाटक”!  इसमें सिख धर्म के दसवें गुरु सच्चे बादशाह ” गुरु गोंविद साहब ” के बारे में लिखा है कि ” गुरु गोविंद सिंह साहब ने पूर्व जन्म में यहीं इस स्थान पर तप किया था ।
विचित्र नाटक की पंक्तियां “” सप्त श्रृंग



 कब ढूंढा गया यह तीर्थ !
600 वर्षों तक अध्ययन और खोज होती रही कि आखिर वह पवित्र स्थान है कहां ! जिसका जिक्र स्वयं गुरु महाराज ने विचित्र नाटक पुस्तक में किया है । निरंतर खोज होती रही । आखिर में 1932 में सरदार सोहन सिंह , मोदन सिंह जी ने यह स्थान खोजा ।





 पहले ग्रंथी हिन्दू थे ।
जब हेमकुंड साहब की खोज हुयी तो यहीं के पुलना गांव के श्री नन्दा सिंह जी को हेमकुंड साहब का ग्रंथी बनाया गया । वे एक लम्बे समय तक हेमकुंड साहिब के ग्रंथी रहे । यह गुरु कृपा ही रही के केवल 2 कक्षा पास नन्दा सिंह जी ने पहली बार गुरमुखी पढी और सुखमनी पाठ के सिद्ध हस्त हो गये ।





यहीं पर तो है लक्ष्मण मंदिर ।
यह है सुखद संयोग । हेमकुंड साहब के निकट ही भगवान श्री राम के भाई और शक्ति के प्रतीक भगवान लक्ष्मण जी का मंदिर भी है । मान्यता के अनुसार यहां पर लक्ष्मण जी ने तप किया था ।







 क्या है मान्यता !
मान्यता है कि जब भगवान श्री राम 14 वर्षो के वनवास और रावण को मारने के बाद वापस अयोध्या लौटे और राजकाज सम्भालने लगे तो एक दिन राजा राम अपने राज मंत्रणा कक्ष में गुरु वशिष्ठ के साथ गुप्त मंत्रणा ठर रहे थे । आदेश था कि वार्ता के दौरान कोई तीसरा ब्यक्ति न आये ।





इस बीच दुर्वासा ऋषि पहुंचे । कहा अभी राजा राम से मिलना है । द्वार पर भगवान लक्ष्मण थे । एक ओर राजा की आदेश कि इस अवधि में कोई मंत्रणा में न आयें और ना ही कोई ब्यवाधान किया जाय । लक्ष्मण धर्म संकट में आ गये । विचार किया कि यदि ऋषि को कक्ष में नही जाने देता हूं तो ये क्रोधित हो शाप दे देंगे । और जाने देता हूं तो राजाज्ञा का उल्लंघन होता है । विचारने के बाद मन में आया किसी के क्रोध से उसे भी कष्ट होगा ।



दुखी होगा । अतः निर्मल से राजा को बता ही दूं कि दुर्वासा ऋषि अभी मिलना चाहते हैन । कक्ष के अंदर गये । बात बताई । पर आत्म ग्लानि हुयी कि मै ने जाने अनजाने में राजाज्ञा का उल्लंघन कर दिया । और चुपचाप इसी हिमालय में साधना में बैठ गये जिसे लक्ष्मण मंदिर नाम कहा गया । मान्यता है भगवान यहां आज भी है ।



 कैसे बनी फूलों की घाटी !
जिसे आज फूलों की घाटी ” वैली आफ फ्लावर्स ” कहते हैं जिसे दुनिया के फलक पर अंग्रेज पर्यटक फ्रैंक स्माइथ ने ढूंढा । उसे शास्त्रों मेन ” नन्द कानन वन ” कहा जाता है ।

मान्यता है कि जब लक्ष्मण जी यहां पर कर रहे थे तब स्वर्ग से देवताओं ने जो फूल बिखरे वही फूल यहां फूलो की घाटी बन गये । विचित्र नाटक में भी लिखा है कि गुरु गोविंद सिंह जी के तप से प्रसन्न हो , देवताओं ने आसमान से फूल बिखरे । वही तो फूलों की घाटी है ।

 तो क्या लक्ष्मण जी ही गुरु गोविंद सिंह जी है।
गुरु का एक नाम रिपुदमन भी है । लक्ष्मण जी भी दुष्टों का ( रिपु ) दमन करने के लिए पृथ्वी पर अवतार लेना बताया गया है । गुरु गोविंद सिंह जी ने भी रिपुओं का नाश किया । धारणा , कथा एक जैसी है । इसलिये लोग गुरु गोविंद सिंह जी को भगवान लक्ष्मण का अवतार मानते हैं ।

दुनिया का अकेला मंदिर जहां होती है शिव के अंगूठे की पूजा !


उदय दिनमान डेस्कः दुनिया का अकेला मंदिर जहां होती है शिव के अंगूठे की पूजा ! भगवान शिव के भक्त पूरी दुनिया में मिल जाएंगे, लेकिन शिव के मुख की पूजा अधिकांश स्थानों पर होती है। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं शिव का एक ऐसा अनोखा धाम जो विश्व में अकेला है और यहां शिव के अगूठे की पूजा होती है।



जैसा कि आप जानते हैं कि हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान शिव एकलौते ऐसे भगवान है जिनके लिंग की पूजा को सर्वोपरी समझा जाता है. पर आज हम आपको भगवान शिव के एक ऐसे मंदिर के बारे में बता रहे हैं, जहां लिंग को पूजने की बजाये उनके अंगूठे को पूजा जाता है. राजस्थान का माउंट आबू कई जैन मंदिरों के अलावा भगवान शिव के कई प्राचीन मंदिरों का घर भी है.



माउंट आबू के बारे में लोगों का कहना है कि जैसे बनारस को शिव की नगरी कहा जाता है, वैसे ही माउंट आबू को शिव का उपनगर कहते हैं. इसका उल्लेख स्कंद पुराण में भी मिलता है. यही से करीब 11 किलोमीटर दूर उत्तर दिशा की तरफ अचलगढ़ की पहाड़ियों पर किले के पास स्थित है





अचलेश्वर माहदेव मंदिर, जहां पर शिव जी के पैर के अंगूठे की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है दाहिने पैर के इस अंगूठे पर शिव ने माउंट आबू पहाड़ को थाम रखा है और जिस दिन ये अंगूठे का निशान गायब हो जाएगा तब माउंट आबू का ये पहाड़ भी ख़त्म हो जाएगा.





इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर ही पंच धातु की बनी नंदी की एक विशाल प्रतिमा है, जिसका वजन लगभग चार टन हैं. मंदिर के गर्भगृह पहुंचने पर आप धरती में समाये हुए शिवलिंग को देखेंगे, जिसके ऊपर की और एक पैर के अंगूठे का निशान उभरा हुआ है. इस अंगूठे को यहां स्वयंभू शिवलिंग के रूप में पूजा जाता है. ऐसा माना जाता है कि यह देवाधिदेव शिव का दाहिना अंगूठा है.





मंदिर परिसर में मौजूद विशाल चंपा का पेड़ मंदिर की प्राचीनता को दर्शाता है. इसके बायीं ओर एक कलात्मक खंभों पर खड़ा धर्मकांटा बना हुआ है, जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है. इसके बारे में लोगों का मानना है कि यहां के राजा राजसिंहासन पर बैठने के समय अचलेश्वर महादेव से आशीर्वाद प्राप्त करते थे और धर्मकांटे के नीचे बैठकर न्याय की शपथ लेते थे.





भगवान शिव के अलावा भगवान विष्णु के वाराह, नृसिंह, वामन, कच्छप, मत्स्य, कृष्ण, राम, परशुराम, बुद्ध व कलंगी आदि अवतारों की झलक काले पत्थर की भव्य मूर्तियों के रूप में देखने को मिलती है. इसके अलावा यहां द्वारिकाधीश मंदिर भी मौजूद है.



माउंट आबू के उत्थान को ले कर भी कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें से एक यह है कि जहां आज आबू पर्वत स्थित है, प्राचीन काल में वहां पर एक ब्रह्म खाई थी. इसी के किनारे वशिष्ठ मुनि रहते थे.



एक बार उनकी गाय कामधेनु घास चरते हुए ब्रह्म खाई में गिर गई. उसे बचाने के लिए मुनि ने सरस्वती और गंगा का आह्वान किया, जिससे ब्रह्म खाई पानी से भर गई और कामधेनु गाय जमीन पर आ गई.

भविष्य में यह घटना दुबारा न हो इसके लिए वशिष्ठ मुनि, हिमालय जा कर पर्वतराज से ब्रह्म खाई को भरने की विनती की. मुनि के अनुरोध पर हिमालय ने अपने प्रिय पुत्र नंदी वद्र्धन को जाने का आदेश दिया, जिसे अर्बुद नाग नंदी हिमालय से उड़ा कर ब्रह्म खाई के पास लाया.



इसके बाद वद्र्धन ने मुनि से वरदान मांगा कि उसके ऊपर सप्त ऋषियों का आश्रम होना चाहिए और यह पहाड़ सुंदर और वनस्पतियों से भरपूर होना चाहिए. जबकि इस पहाड़ को यहां तक पहुंचाने वाले अर्बुद नाग ने वर मांगा कि इस पर्वत का नामकरण उसके नाम से हो. इसके बाद से नंदी वद्र्धन आबू पर्वत के नाम से जाना जाने लगा.



वरदान प्राप्त कर के जब नंदी वद्र्धन खाई में उतरा तो अंदर धंसता चला गया. सिर्फ इसका नाक और ऊपर का हिस्सा ही जमीन से ऊपर रहा. इतना सब होने के बावजूद जब वह अचल नहीं रह पा रहा था, तब वशिष्ठ के विनम्र अनुरोध पर भगवान शिव ने अपने दाहिने पैर के अंगूठे से इसे अचल कर दिया.



इसी वजह से यह क्षेत्र अचलगढ़ के नाम से पहचाना जाता है. भगवान शिव के अंगूठे का महत्व होने की वजह से यहां महादेव के अंगूठे की पूजा की जाती है.

धन के देवता कुबेर हुए प्रसन्न,इन पर बरसाने वाले है अपनी कृपा !

धन के देवता कुबेर हुए प्रसन्न,इन पर बरसाने वाले है अपनी कृपा !

भविष्यवाणी: ऐश्वर्या की बेटी बनेंगी भारत की प्रधानमंत्री !

भविष्यवाणी: ऐश्वर्या की बेटी बनेंगी भारत की प्रधानमंत्री !

जनता दरबार में सीएम उत्तराखंड गुस्से में ! देखे वीडियो

जनता दरबार में सीएम उत्तराखंड गुस्से में ! देखे वीडियो

चखल-पखल, चहल-पहल लौट आयी है अजक्याल गांवों में !

चखल-पखल, चहल-पहल लौट आयी है अजक्याल गांवों में !

उत्तराखंडः खूबियों का खजाना है जंगलों में उगने वाला लिंगुड़ा

उत्तराखंडः खूबियों का खजाना है जंगलों में उगने वाला लिंगुड़ा

रवाँई: उल्लास के उत्सवो की धरती थान गाँव में है कल्पवृक्ष

रवाँई: उल्लास के उत्सवो की धरती थान गाँव में है कल्पवृक्ष

बौखनाग मेले से शुरू होता है रंवाँई में मेले उत्सवो का उल्लास

बौखनाग मेले से शुरू होता है रंवाँई में मेले उत्सवो का उल्लास

सालों बाद भी नेताओं और अफसरों पर कोई एक्शन नहीं !

सालों बाद भी नेताओं और अफसरों पर कोई एक्शन नहीं !

जुलाई माह में खिलने वाला ब्रह्मकमल जून माह के पहले सप्ताह में खिला

जुलाई माह में खिलने वाला ब्रह्मकमल जून माह के पहले सप्ताह में खिला

Panchkedar : भविष्य के सपने उखीड़ में बोये गये धान की गुड़ाई अब तो...

Panchkedar : भविष्य के सपने उखीड़ में बोये गये धान की गुड़ाई अब तो...

सोमवार, 18 सितंबर 2017

इंटरनेट के बिना जीवन ना बाबा ना !

इंटरनेट के बिना जीवन ना बाबा ना !

इंटरनेट के बिना जीवन ना बाबा ना !

इंटरनेट के बिना जीवन ना बाबा ना !

मेरे नाम चिट्ठी आयी है भारत की ! ..और आपके…! देखे वीडियो

http://udaydinmaan.co.in/mere-naam-chitthee-aaमेरे नाम चिट्ठी आयी है भारत की ! ..और आपके…! देखे वीडियोyee-hai-bhaarat-kee-aur-aapake-dekhe-veediyo/

गुरुवार, 14 सितंबर 2017

http://udaydinmaan.co.in/maano-ya-na-maane-lekin-bees-saal-mein-pahalee-baar-nahaaya-ye-shakhs/

http://udaydinmaan.co.in/hindoo-muslim-lav-storee-par-aadhaarit-hai-saara-sushaant-kee-kedaaranaath/

http://udaydinmaan.co.in/samudr-ke-anamol-khajaane-se-nikala-rahasyamayee-samudree-jeev/

http://udaydinmaan.co.in/samudr-ke-anamol-khajaane-se-nikala-rahasyamayee-samudree-jeev/

http://udaydinmaan.co.in/duniya-kee-sabase-lambee-taagon-vaalee-modal-lambaee-6-pheet-8-77/

http://udaydinmaan.co.in/duniya-kee-sabase-lambee-taagon-vaalee-modal-lambaee-6-pheet-8-77/

शनिवार, 6 मई 2017

मंजिले उन्हें मिलती हैं जिनके सपनों में होती है जान

मंजिले उन्हें मिलती हैं जिनके सपनों में होती है जान

गुलजार हुआ देश का अंतिम सरहदी गाँव ‘माणा’ ! यही पर हुए थे प्राकृत भाषा में वेद लिपिबद्ध !

गुलजार हुआ देश का अंतिम सरहदी गाँव ‘माणा’ ! यही पर हुए थे प्राकृत भाषा में वेद लिपिबद्ध !

विश्व का एकमात्र मंदिर जहां फूल नहीं, चमत्कारिक तुलसी से पूजे जाते हैं भगवान !

विश्व का एकमात्र मंदिर जहां फूल नहीं, चमत्कारिक तुलसी से पूजे जाते हैं भगवान !

बुधवार, 3 मई 2017

मानो या ना मानो-केदारघाटी में अतृप्त आत्माएं हैं अब तृप्त और लौट रही है अपने मोक्षधाम

मानो या ना मानो-केदारघाटी में अतृप्त आत्माएं हैं अब तृप्त और लौट रही है अपने मोक्षधाम

पृथ्वी पर ” साक्षात भू वैकुंठ “है बदरीनाथ,  यहां साक्षात विष्णु करते हैं वास

पृथ्वी पर ” साक्षात भू वैकुंठ “है बदरीनाथ,  यहां साक्षात विष्णु करते हैं वास

ॐ के उच्चारण का रहस्य :  पापा ने रोती हुई बच्ची को पल भर में सुला दिया-देखे वीडियो

ॐ के उच्चारण का रहस्य :  पापा ने रोती हुई बच्ची को पल भर में सुला दिया-देखे वीडियो

गूगल युग : 51 शक्तिपीठों में से भारत में 42 जिसमें से चार आज भी अज्ञात !

गूगल युग : 51 शक्तिपीठों में से भारत में 42 जिसमें से चार आज भी अज्ञात !

रविवार, 23 अप्रैल 2017

गूगल युग है भाई ! राजा से मिलना है तो अप्वाइंटमेंट तो लेना ही होगा ! राम राज्य की बात करना भी नहीं!

गूगल युग है भाई ! राजा से मिलना है तो अप्वाइंटमेंट तो लेना ही होगा ! राम राज्य की बात करना भी नहीं!

गूगल युग है भाई ! राजा से मिलना है तो अप्वाइंटमेंट तो लेना ही होगा ! राम राज्य की बात करना भी नहीं!

गूगल युग है भाई ! राजा से मिलना है तो अप्वाइंटमेंट तो लेना ही होगा ! राम राज्य की बात करना भी नहीं!

गुरुवार, 20 अप्रैल 2017

विश्व का अकेला शिव मंदिर जहां नहीं होती शिव की पूजा! यह अनोखा देवालय है उत्तराखंड में,देखे वीडियो

विश्व का अकेला शिव मंदिर जहां नहीं होती शिव की पूजा! यह अनोखा देवालय है उत्तराखंड में,देखे वीडियो

हिन्दुस्तान में आखिर कब तक लोग बनते रहेंगे ‘काल के ग्रास’!-वीडियो देख आप रो देंगे!

हिन्दुस्तान में आखिर कब तक लोग बनते रहेंगे ‘काल के ग्रास’!-वीडियो देख आप रो देंगे!

सोमवार, 17 अप्रैल 2017

27,000 रुपये का नींबू!विश्वास नहीं होता ऐसा हुआ तमिलनाडु में,यह 125 करोड भारतीयों का देश है भाई!

27,000 रुपये का नींबू!विश्वास नहीं होता ऐसा हुआ तमिलनाडु में,यह 125 करोड भारतीयों का देश है भाई!

‘भूख से मौत’ देवभूमि पर कलंक, 17 वर्षीय किशोरी की मौत से प्रदेश में हडकंप

‘भूख से मौत’ देवभूमि पर कलंक, 17 वर्षीय किशोरी की मौत से प्रदेश में हडकंप

‘भूख से मौत’ देवभूमि पर कलंक, 17 वर्षीय किशोरी की मौत से प्रदेश में हडकंप

‘भूख से मौत’ देवभूमि पर कलंक, 17 वर्षीय किशोरी की मौत से प्रदेश में हडकंप

गुरुवार, 13 अप्रैल 2017

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गूगल युग  में दहकते अंगारों पर  नृत्य करता है इंसान, यह दृष्य अदभुत-अलौकिक!

गुरुवार, 23 मार्च 2017

आपकी रूह काँप जाएगी इस मौत के वीडियों को देखकर!

आपकी रूह काँप जाएगी इस मौत के वीडियों को देखकर!

केदारघाटी की कवियत्री उपासना का यू ट्यूब पर धमाल

केदारघाटी की कवियत्री उपासना का यू ट्यूब पर धमाल

भाजपा के विजय रथ से तृणमूल कांग्रेस में खलबली !

भाजपा के विजय रथ से तृणमूल कांग्रेस में खलबली !

सूखने लगे हैं प्राकृतिक स्त्रोत, ग्रामीणों के चेहरे मुर्झाये

सूखने लगे हैं प्राकृतिक स्त्रोत, ग्रामीणों के चेहरे मुर्झाये

प्रेमचंद्र अग्रवाल बने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष

प्रेमचंद्र अग्रवाल बने उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष

भाजपा के विजय रथ से तृणमूल कांग्रेस में खलबली !

भाजपा के विजय रथ से तृणमूल कांग्रेस में खलबली !

कांगेस: जड़ों को मजबूत करने की बड़ी चुनौती

कांगेस: जड़ों को मजबूत करने की बड़ी चुनौती

सोमवार, 13 मार्च 2017

पूरे विश्व में सिर्फ पहाड में मनाया जाता है फूलदेई त्यौहार! आज भी बच्चे रख रहे है परंपरा को जिंदा

पूरे विश्व में सिर्फ पहाड में मनाया जाता है फूलदेई त्यौहार! आज भी बच्चे रख रहे है परंपरा को जिंदा

यहां लड़कियां ”कुत्ते” से लेती हैं 7 फेरे !- देखे वीडियो

यहां लड़कियां ”कुत्ते” से लेती हैं 7 फेरे !- देखे वीडियो

jumla grandermother जुमला गांव की चूड़ा, भंगजीरा वाली जुमला दादी

jumla grandermother जुमला गांव की चूड़ा, भंगजीरा वाली जुमला दादी

४२ साल के सफ़र में चिपको ने अपनी चमक पूरे विश्व में बिखेरी

४२ साल के सफ़र में चिपको ने अपनी चमक पूरे विश्व में बिखेरी

मृत्यु के लिए आज भी भटक रहा है महाभारत का अश्वस्थामा!

मृत्यु के लिए आज भी भटक रहा है महाभारत का अश्वस्थामा!

एक अद्भुत प्रेम यात्रा-सती से पार्वती तक ! सबसे बडी कहानी! भाग 3

एक अद्भुत प्रेम यात्रा-सती से पार्वती तक ! सबसे बडी कहानी! भाग 3

कल्पनाओं में नहीं हकीकत में है भूतलोक! देखे वीडियो

कल्पनाओं में नहीं हकीकत में है भूतलोक! देखे वीडियो

 घोघा देवता नाराज ! बच्चों के आंखों में आंसू और खण्डहर घर,हे भाग्यविधाताओं क्या करी तुमुन!देखे वीडियो

 घोघा देवता नाराज ! बच्चों के आंखों में आंसू और खण्डहर घर,हे भाग्यविधाताओं क्या करी तुमुन!देखे वीडियो

बता मेरे यार सुदामा रे …बड़ो दिनों में आया की गायिका उत्तराखंड की!

बता मेरे यार सुदामा रे …बड़ो दिनों में आया की गायिका उत्तराखंड की!

अर एक विस्वा प्लाट का बाना देहरादून छाला पड़ियाँ

अर एक विस्वा प्लाट का बाना देहरादून छाला पड़ियाँ

मानो या ना मानो लेकिन एक थी ” टिहरी “

मानो या ना मानो लेकिन एक थी ” टिहरी “

औषधीय गुणों की खान बुरांश,भाग्यविधाताओं को दिखता है मामूली फूल

औषधीय गुणों की खान बुरांश,भाग्यविधाताओं को दिखता है मामूली फूल

ई पेपर 13.03.2017

ई पेपर 13.03.2017

मंगलवार, 29 नवंबर 2016

मंगला माताजी को उत्तराखंड रत्न सम्मान से नवाजा

मंगला माताजी को उत्तराखंड रत्न सम्मान से नवाजा

खून के आंसू रो रही उत्तराखण्ड की जनता : खण्डूड़ी

खून के आंसू रो रही उत्तराखण्ड की जनता : खण्डूड़ी

कालाधन : अब भाजपा नेताओं के खातों की भी होगी जांच

कालाधन : अब भाजपा नेताओं के खातों की भी होगी जांच

‘फ्री लव कम्युनिटी’ खिलौने से खेलने की उम्र में…

‘फ्री लव कम्युनिटी’ खिलौने से खेलने की उम्र में…

अब मुंबई नहीं दिल्ली आर्थिक राजधानी

अब मुंबई नहीं दिल्ली आर्थिक राजधानी

‘बेरोजगार’ उत्तराखंड

‘बेरोजगार’ उत्तराखंड

भारत में विलुप्त हो रही नदियां: घट रही धरती घट रहा पानी

भारत में विलुप्त हो रही नदियां: घट रही धरती घट रहा पानी

स्कैटिंग रिंग पर डेकोरेशन में मरी 5000 मछलियां

स्कैटिंग रिंग पर डेकोरेशन में मरी 5000 मछलियां

अतुल के लिए फरिस्ता बनकर पहुचीं 108 सेवा

अतुल के लिए फरिस्ता बनकर पहुचीं 108 सेवा

बिग बाजार और एफबीबी से निकालिए कैश

बिग बाजार और एफबीबी से निकालिए कैश

बुधवार, 9 नवंबर 2016

ru/500 और 1000 के नोट बंद, कई प्रदेशों में विधानसभा चुनाव,परेशानी तो होगी ही

ru/500 और 1000 के नोट बंद, कई प्रदेशों में विधानसभा चुनाव,परेशानी तो होगी ही

sto.शेयर बाजार धड़ाम, रुपया कमजोर, निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

sto.शेयर बाजार धड़ाम, रुपया कमजोर, निवेशकों को 6 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

us/ अमरीका के अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प,अमेरिका में अबकी बार ट्रम्प की सरकार

us/ अमरीका के अगले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प,अमेरिका में अबकी बार ट्रम्प की सरकार

utt/उत्तराखंड: झूठे वायदो से आदर्श गांव की संकल्पना साकार होगी!

utt/उत्तराखंड: झूठे वायदो से आदर्श गांव की संकल्पना साकार होगी!

book-गढ़वाली भाषा के संरक्षण में जुटे डॉ. वीरेन्द्र बर्त्वाल की पुस्तक गढ़वाली भाषा प्रकृति और समृद्धि का विमोचन

book-गढ़वाली भाषा के संरक्षण में जुटे डॉ. वीरेन्द्र बर्त्वाल की पुस्तक गढ़वाली भाषा प्रकृति और समृद्धि का विमोचन

500 और 1000 रुपये के नोट! घबराईये नहीं शनिवार-रविवार भी खुले रहेंगे बैंक

500 और 1000 रुपये के नोट! घबराईये नहीं शनिवार-रविवार भी खुले रहेंगे बैंक

bjp-भाजपा की परिवर्तन रैली कांगे्रस के लिए गले की फांस

bjp-भाजपा की परिवर्तन रैली कांगे्रस के लिए गले की फांस

award-नौ विभुतियों को उत्तराखंड रत्न पुरस्कार से किया सम्मानित

award-नौ विभुतियों को उत्तराखंड रत्न पुरस्कार से किया सम्मानित

p.m.-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक फैसले से उड़े सियासी नेताओं के होश

p.m.-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक फैसले से उड़े सियासी नेताओं के होश

मंगलवार, 8 नवंबर 2016

rbi.सावधान! आसान नहीं है नोटों की अदला-बदली, आरबीआई ने दिए निर्देश

rbi.सावधान! आसान नहीं है नोटों की अदला-बदली, आरबीआई ने दिए निर्देश

b.m. काले धन के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार का ‘क्रांतिकारी फ़ैसला’ अध्यादेश जारी

b.m. काले धन के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार का ‘क्रांतिकारी फ़ैसला’ अध्यादेश जारी

wadi….मेहंदी का रंग अभी उतरा भी नहीं था और दुल्हन प्रेमी संग फरार

wadi….मेहंदी का रंग अभी उतरा भी नहीं था और दुल्हन प्रेमी संग फरार

airtal/भारती एयरटेल ‘‘एयरटेल’’ ने उत्तराखंड में 4जी सेवा को किया लॉन्च

airtal/भारती एयरटेल ‘‘एयरटेल’’ ने उत्तराखंड में 4जी सेवा को किया लॉन्च

rap….इंग्लैंड में 10 साल तक 3 टीचर्स ने किया छात्राओं से बलात्कार

rap….इंग्लैंड में 10 साल तक 3 टीचर्स ने किया छात्राओं से बलात्कार

itbp/बर्फीली चुनौतियों को मात दे रही हैं आइटीबीपी की 35 हिम वीरांगनाएं

itbp/बर्फीली चुनौतियों को मात दे रही हैं आइटीबीपी की 35 हिम वीरांगनाएं

500, 1000 रुपये के नोट गैर-कानूनी, 30 दिसंबर तक बैंकों और डाकघरों में जमा करा दें : प्रधानमंत्री मोदी

500, 1000 रुपये के नोट गैर-कानूनी, 30 दिसंबर तक बैंकों और डाकघरों में जमा करा दें : प्रधानमंत्री मोदी

jumla grandermother जुमला गांव की चूड़ा, भंगजीरा वाली जुमला दादी

jumla grandermother जुमला गांव की चूड़ा, भंगजीरा वाली जुमला दादी

Just a beginning of the end of black money in India RBI to issue ₹2000 Rupees Notes coming February 2017

Just a beginning of the end of black money in India RBI to issue ₹2000 Rupees Notes coming February 2017

सोमवार, 7 नवंबर 2016

विधानसभा चुनाव का शोर,घोषणाओं की झड़ी के बीच चुनाव पर निशाना

विधानसभा चुनाव का शोर,घोषणाओं की झड़ी के बीच चुनाव पर निशाना

उत्तराखंड में देवी तुल्य मानते हुए पूजी जाने वाली बालिकाओं के साथ गैंगरेप!

उत्तराखंड में देवी तुल्य मानते हुए पूजी जाने वाली बालिकाओं के साथ गैंगरेप!

क्या नजीब की मां के साथ जेएनयू के छात्रों को संघर्ष नहीं करना चाहिए? !!

क्या नजीब की मां के साथ जेएनयू के छात्रों को संघर्ष नहीं करना चाहिए? !!

मैं एक आम आदमी हूँ और मेरी कोई औकात नहीं है

मैं एक आम आदमी हूँ और मेरी कोई औकात नहीं है

भारतीय दर्शन शिक्षा, संस्कृति और सभ्यता का गौरवशाली केंद्र कण्वाश्रम

भारतीय दर्शन शिक्षा, संस्कृति और सभ्यता का गौरवशाली केंद्र कण्वाश्रम

शनिवार, 5 नवंबर 2016

कब से मरने का इंतजार कर रहा हूँ लेकिन मौत है कि कम्‍बखत आती ही नहीं है।

कब से मरने का इंतजार कर रहा हूँ लेकिन मौत है कि कम्‍बखत आती ही नहीं है।

क्या ये राजनीति नहीं है? क्या ये उन्हीं ‘ऐसे मामलों’ में राजनीति नहीं है,

क्या ये राजनीति नहीं है? क्या ये उन्हीं ‘ऐसे मामलों’ में राजनीति नहीं है,

भारत और जापान के बीच होगी एयरक्राफ्ट की डील चीन को कड़ा संदेश

भारत और जापान के बीच होगी एयरक्राफ्ट की डील चीन को कड़ा संदेश

नासा :जीपीएस सिग्नल पृथ्वी की सतह से 70,000 किमी की उंचाई पर स्थापित

नासा :जीपीएस सिग्नल पृथ्वी की सतह से 70,000 किमी की उंचाई पर स्थापित

तौलिया व हैड़वास भी वापस करना होगी पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी को

तौलिया व हैड़वास भी वापस करना होगी पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी को

पलायन : देवताओं जुग जुग जीना प्रभो, जुग जुग जागृत रहना प्रभो। ’’

पलायन : देवताओं जुग जुग जीना प्रभो, जुग जुग जागृत रहना प्रभो। ’’

हिमालय में “छम-छम’ की यह आवाज उनके पैरों में बंधे घुंघरुओं की

हिमालय में “छम-छम’ की यह आवाज उनके पैरों में बंधे घुंघरुओं की

बुधवार, 2 नवंबर 2016

टेलीनॉर 2000 स्टोर्स में मुहैया कराएगी ई-केवायसी की सुविधा

टेलीनॉर 2000 स्टोर्स में मुहैया कराएगी ई-केवायसी की सुविधा

‘चिपको आन्दोलन’ ने दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की राह दिखाईः राज्यपाल

‘चिपको आन्दोलन’ ने दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की राह दिखाईः राज्यपाल

03.11.2016 e paper

03.11.2016 e paper

सांठ – गांठ से रची साजिश (आदर्शवादी ही मचाने लगे लूट . भाग – २ )

सांठ – गांठ से रची साजिश (आदर्शवादी ही मचाने लगे लूट . भाग – २ )

मंगलवार, 1 नवंबर 2016

उत्तराखंड: सरकारों के मुखिया से लेकर नौकरशाहों की दिल्ली दौढ़

उत्तराखंड: सरकारों के मुखिया से लेकर नौकरशाहों की दिल्ली दौढ़

01.11.2016 e paper

01.11.2016 e paper

साबरमती जैसी चमकेगी अब यमुना दिल्ली सरकार का है मेगा प्लान

साबरमती जैसी चमकेगी अब यमुना दिल्ली सरकार का है मेगा प्लान

गरीबों को सामर्थ्यवान बनाने पर ही मिलेगा गरीबी से मुक्ति का मार्ग -नरेन्द्र मोदी

गरीबों को सामर्थ्यवान बनाने पर ही मिलेगा गरीबी से मुक्ति का मार्ग -नरेन्द्र मोदी

…और काल का ग्रास बनी उन अतृप्त आत्माओं के नहीं थम रहे थे आसू

…और काल का ग्रास बनी उन अतृप्त आत्माओं के नहीं थम रहे थे आसू

सोमवार, 31 अक्तूबर 2016

केदारनाथ के कपाट बंद , छह माह ओंकारेश्वर मंदिर मैं विराजमान रहेंगे बाबा

केदारनाथ के कपाट बंद , छह माह ओंकारेश्वर मंदिर मैं विराजमान रहेंगे बाबा

e paper

e paper

रिलायंस जियो 4जी कंपनी की मुफ्त सर्विस: फ्री का चंदन घिस मेरे नन्दन

रिलायंस जियो 4जी कंपनी की मुफ्त सर्विस: फ्री का चंदन घिस मेरे नन्दन

विधि-विधान के साथ गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

विधि-विधान के साथ गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद

दुनिया भर से आने वाले प्रवासी पक्षियों पर इस बार बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा

दुनिया भर से आने वाले प्रवासी पक्षियों पर इस बार बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा

रिलायंस जियो 4जी कंपनी की मुफ्त सर्विस: फ्री का चंदन घिस मेरे नन्दन

रिलायंस जियो 4जी कंपनी की मुफ्त सर्विस: फ्री का चंदन घिस मेरे नन्दन

..बीसोंणु कु ढूगूं से स्योवु लफ्फा और पहाड़ की जीवन रेखाओं का यथार्थ जीवन

..बीसोंणु कु ढूगूं से स्योवु लफ्फा और पहाड़ की जीवन रेखाओं का यथार्थ जीवन

रविवार, 30 अक्तूबर 2016

प्रधानमंत्री के माणा पोस्ट न पहुंचने से दो दिन से इंतजार कर रहे जवानों में मायूसी

प्रधानमंत्री के माणा पोस्ट न पहुंचने से दो दिन से इंतजार कर रहे जवानों में मायूसी

कुकरेती के हर आखर में बसी है लोक की संस्कृति, लोक की विरासत व लोक की भाषा

कुकरेती के हर आखर में बसी है लोक की संस्कृति, लोक की विरासत व लोक की भाषा

नीरा शर्मा (बैम्बू लेडी)स्थानीय उत्पादों को आकर दे बना रही है खूबसूरत ज्वैलेरी

नीरा शर्मा (बैम्बू लेडी)स्थानीय उत्पादों को आकर दे बना रही है खूबसूरत ज्वैलेरी

सेंट्रल इटली में 6.6 भूकंप की तीव्रता से तबाही, सदियों पुरानी इमारतें जमींदोज

सेंट्रल इटली में 6.6 भूकंप की तीव्रता से तबाही, सदियों पुरानी इमारतें जमींदोज

‘सरदार की जयंति पर सरदारों को मौत के घाट उतारा’:प्रधानमंत्री

‘सरदार की जयंति पर सरदारों को मौत के घाट उतारा’:प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में जवानों के साथ मनाई दिवाली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में जवानों के साथ मनाई दिवाली

शनिवार, 29 अक्तूबर 2016

केदारनाथ में जोरदार बर्फवारी, तापमान गिरा ठण्ड ने बढाई दिक्कतें

केदारनाथ में जोरदार बर्फवारी, तापमान गिरा ठण्ड ने बढाई दिक्कतें

महिला सशक्तिकरण के लिए संस्था ने बढ़ाया दायरा

महिला सशक्तिकरण के लिए संस्था ने बढ़ाया दायरा

चुनावी चेहरे और ‘बागियों को लेकर भाजपा में बढ़ी असमंजसता

चुनावी चेहरे और ‘बागियों को लेकर भाजपा में बढ़ी असमंजसता

देहरादून के राइफलमैन संदीप की शहादत को सलाम करने उमड़ा जनसैलाब

देहरादून के राइफलमैन संदीप की शहादत को सलाम करने उमड़ा जनसैलाब

भारत ने न्यूजीलैंड को 190 रनों से रौंदा, सीरीज पर 3-2 से कब्जा

भारत ने न्यूजीलैंड को 190 रनों से रौंदा, सीरीज पर 3-2 से कब्जा

खून का बदला खून, एक के बदले 10 सिर शहीद मंजीत के भाई ने कहा

खून का बदला खून, एक के बदले 10 सिर शहीद मंजीत के भाई ने कहा

अगले साल इतिहास रचेगा इसरो एक साथ लांच करेगा 82 सैटेलाइट

अगले साल इतिहास रचेगा इसरो एक साथ लांच करेगा 82 सैटेलाइट

cm uttrakhand

cm uttrakhand

शुक्रवार, 28 अक्तूबर 2016

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने 50 हजार लोगों को बनाया बंधक

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने 50 हजार लोगों को बनाया बंधक

म्यांमार के राखीन प्रांत में सुरक्षाबलों द्वारा दर्जनों महिलाओं से रेप

म्यांमार के राखीन प्रांत में सुरक्षाबलों द्वारा दर्जनों महिलाओं से रेप

हिमाचल प्रदेश खुले में शौच से मुक्त देश का दूसरा राज्य बन गया है

हिमाचल प्रदेश खुले में शौच से मुक्त देश का दूसरा राज्य बन गया है

हिन्दुस्तान के 292 महत्वपूर्ण व्यक्ति आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट के निशाने पर

हिन्दुस्तान के 292 महत्वपूर्ण व्यक्ति आतंकी संगठन इस्लामिक इस्टेट के निशाने पर

उत्तराखंड के लिए 104 इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर योजना का शुभारंभ

उत्तराखंड के लिए 104 इंटीग्रेटेड हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर योजना का शुभारंभ

कांग्रेस छोडऩे वाले नेताओं की सीट पर अबूझ पहेली बने सियासी समीकरण

कांग्रेस छोडऩे वाले नेताओं की सीट पर अबूझ पहेली बने सियासी समीकरण

मानसिक रोग से पीडि़त बच्चे की मदद को अध्यापकों ने बढ़ाये हाथ

मानसिक रोग से पीडि़त बच्चे की मदद को अध्यापकों ने बढ़ाये हाथ

गुरुवार, 27 अक्तूबर 2016

दुनिया में सबसे अच्छा वातावरण अभी भी तिब्बत में

दुनिया में सबसे अच्छा वातावरण अभी भी तिब्बत में

बोलने वाले तोते ने महिला के सामने खोल डाली पति के अफेयर की पोल

बोलने वाले तोते ने महिला के सामने खोल डाली पति के अफेयर की पोल

राजनीती कोयले की दलाली

राजनीती कोयले की दलाली

यमुनोत्री में सुखदेव बिगाड़ सकते हैं प्रीतम-केदार के समीकरण

यमुनोत्री में सुखदेव बिगाड़ सकते हैं प्रीतम-केदार के समीकरण

सीएम की ये निर्लज्ज हँसी

सीएम की ये निर्लज्ज हँसी

सीएम की ये निर्लज्ज हँसी

सीएम की ये निर्लज्ज हँसी

राजनीती कोयले की दलाली

राजनीती कोयले की दलाली

बुधवार, 26 अक्तूबर 2016

दलितों को मिला मंदिर में प्रवेश

दलितों को मिला मंदिर में प्रवेश

महंगाई भत्ते का तोहफा!

महंगाई भत्ते का तोहफा!

पावर गेम में रतन टाटा ने दो दिग्गज उतारे

पावर गेम में रतन टाटा ने दो दिग्गज उतारे

राष्ट्रपति का वेतन पांच लाख रुपये

राष्ट्रपति का वेतन पांच लाख रुपये

अंतिम निशाना लोकतंत्र

अंतिम निशाना लोकतंत्र

छतों से कूद-कूदकर भाग रहे थे कैडेट…

छतों से कूद-कूदकर भाग रहे थे कैडेट…

25 प्रवासियों की मौत

25 प्रवासियों की मौत

पत्रकारिता पवित्र मिशन

पत्रकारिता पवित्र मिशन

खेल दिवस समारोह

खेल दिवस समारोह

पहाड़ी व्यंजनों का जादू

पहाड़ी व्यंजनों का जादू

बदहाल इंटर कालेज

बदहाल इंटर कालेज

मंगलवार, 25 अक्तूबर 2016

प्रदूषण फैलाने वालों की खैर नहीं

प्रदूषण फैलाने वालों की खैर नहीं

मलिन बस्तियों तक सिमटकर रह गए हैं राजकुमार !

मलिन बस्तियों तक सिमटकर रह गए हैं राजकुमार !

48 वर्षीय महिला पे्रमी संग फरार

48 वर्षीय महिला पे्रमी संग फरार

‘सरकारी कब्जेदारों पर अदालत का चला चाबूक

‘सरकारी कब्जेदारों पर अदालत का चला चाबूक

एक बच्ची ने लिया दो बार जन्म

एक बच्ची ने लिया दो बार जन्म

रविवार, 23 अक्तूबर 2016

अब खा मच्छा

अब खा मच्छा

अब नहीं लूँगा पाकिस्तानियों को !

अब नहीं लूँगा पाकिस्तानियों को !

पानी-पानी हुई लड़की

पानी-पानी हुई लड़की

तो हिन्दू हमारे पैर छुयँगे :नसीमुद्दीन सिद्दीकी

तो हिन्दू हमारे पैर छुयँगे :नसीमुद्दीन सिद्दीकी

बीजेपी सरकार की देशभक्ति बिकाऊ

बीजेपी सरकार की देशभक्ति बिकाऊ

घूंघट वाली लेडी तस्कर

घूंघट वाली लेडी तस्कर

सपा में कलह

सपा में कलह

एअर इंडिया ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

एअर इंडिया ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

एअर इंडिया ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

एअर इंडिया ने बनाया विश्व रिकॉर्ड

सरकार के उपाय बेअसर साबित

सरकार के उपाय बेअसर साबित

केदारनाथ पहुंचे अनिल अंबानी

केदारनाथ पहुंचे अनिल अंबानी

आ अब लौट चले ! शीतकालीन प्रवास को !

आ अब लौट चले ! शीतकालीन प्रवास को !

बॉलीवुड राजनीति से डरा

बॉलीवुड राजनीति से डरा

भाजपा का ”मास्टर स्ट्रोक”

भाजपा का ”मास्टर स्ट्रोक”

स्लिम व सुंदर

स्लिम व सुंदर

प्रबंधक ने मेरा बलात्कार किया

प्रबंधक ने मेरा बलात्कार किया

शनिवार, 22 अक्तूबर 2016

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

आज भी है ‘अतृप्त आत्माओं’ को ‘अपनों का इंतजार’

आज भी है ‘अतृप्त आत्माओं’ को ‘अपनों का इंतजार’

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

देखो सरकार? युवाओं का पलायन,गांव खाली

देखो सरकार? युवाओं का पलायन,गांव खाली

क्वे सुण दु म्येरि खैरि…

क्वे सुण दु म्येरि खैरि…

उठा जागा उत्तराखंडियो, सौं उठाणों वक्त ऐगो…

उठा जागा उत्तराखंडियो, सौं उठाणों वक्त ऐगो…

आपदा प्रभावितों के साथ सरकार हर कदम पर

आपदा प्रभावितों के साथ सरकार हर कदम पर

तीन सौ साल बाद देवरा यात्रा पर निकले भैरवनाथ

तीन सौ साल बाद देवरा यात्रा पर निकले भैरवनाथ

आ अब लौट चले ! शीतकालीन प्रवास को !

आ अब लौट चले ! शीतकालीन प्रवास को !

आज भी है ‘अतृप्त आत्माओं’ को ‘अपनों का इंतजार’

आज भी है ‘अतृप्त आत्माओं’ को ‘अपनों का इंतजार’

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

आज भी रोटी के लिए महानगरों का मुह ताकते को हम मजबूर

देखो सरकार? युवाओं का पलायन,गांव खाली

देखो सरकार? युवाओं का पलायन,गांव खाली

क्वे सुण दु म्येरि खैरि…

क्वे सुण दु म्येरि खैरि…

उठा जागा उत्तराखंडियो, सौं उठाणों वक्त ऐगो…

उठा जागा उत्तराखंडियो, सौं उठाणों वक्त ऐगो…

शुक्रवार, 21 अक्तूबर 2016

)राज्यपाल ने कुमांऊ विवि के दीक्षांत समारोह में डिग्री व मेडल प्रदान किए

)राज्यपाल ने कुमांऊ विवि के दीक्षांत समारोह में डिग्री व मेडल प्रदान किए

सिद्घार्थ जल्द ही न्यूज़ीलैंड की अपनी दूसरी यात्रा पर जाएंगे

सिद्घार्थ जल्द ही न्यूज़ीलैंड की अपनी दूसरी यात्रा पर जाएंगे

त्यौहारों में ही आती है मिलावट की याद

त्यौहारों में ही आती है मिलावट की याद

चुनावी जमीन पुख्ता करने में जुटे दावेदार

चुनावी जमीन पुख्ता करने में जुटे दावेदार

चुनावी जमीन पुख्ता करने में जुटे दावेदार

चुनावी जमीन पुख्ता करने में जुटे दावेदार

सत्ता का संग्राम

सत्ता का संग्राम

‘लक्स गोल्डन रोज़ अवार्ड्स’ शो

‘लक्स गोल्डन रोज़ अवार्ड्स’ शो

‘लक्स गोल्डन रोज़ अवार्ड्स’ शो

‘लक्स गोल्डन रोज़ अवार्ड्स’ शो

सत्ता का संग्राम

सत्ता का संग्राम

गुरुवार, 20 अक्तूबर 2016

अगस्त्यमुनि में 17 साल बाद हुआ महापंचायत का आयोजन

अगस्त्यमुनि में 17 साल बाद हुआ महापंचायत का आयोजन

रीता बहुगुणा जोशी का पार्टी छोडऩा, कांगे्रस के लिए बड़ा झटका

रीता बहुगुणा जोशी का पार्टी छोडऩा, कांगे्रस के लिए बड़ा झटका

जल्द लागू होगी नई शिक्षा नीति: जावड़ेकर

जल्द लागू होगी नई शिक्षा नीति: जावड़ेकर

कण्वाश्रम, कोटद्वार, लैसडोन, पौड़ी, खिर्सू को जोड़कर नया पर्यटन सर्किट बनाए

कण्वाश्रम, कोटद्वार, लैसडोन, पौड़ी, खिर्सू को जोड़कर नया पर्यटन सर्किट बनाए

आप के लिए पहाड़ चढऩा बड़ी चुनौती

आप के लिए पहाड़ चढऩा बड़ी चुनौती

2017 के लिए फूंक फूंककर कदम रख रही भाजपा

2017 के लिए फूंक फूंककर कदम रख रही भाजपा

नर कंकाल खोजने के लिए कांबिंग का ब्लू प्रिंट तैयार

नर कंकाल खोजने के लिए कांबिंग का ब्लू प्रिंट तैयार

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

तिवारी को कमतर आंकना होगी राजनैतिक भूल

तिवारी को कमतर आंकना होगी राजनैतिक भूल

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

भाजपा में शामिल हुईं रीता बहुगुणा जोशी

मंगलवार, 18 अक्तूबर 2016

गोमुखनुमा प्राकृतिक जलस्रोत-सर-बडियाड़ के सात जल धारे

गोमुखनुमा प्राकृतिक जलस्रोत-सर-बडियाड़ के सात जल धारे

उपपा ने केदारनाथ आपदा में मौतों के लिए भाजपा-कांगे्रस को जिम्मेदार ठहराया

उपपा ने केदारनाथ आपदा में मौतों के लिए भाजपा-कांगे्रस को जिम्मेदार ठहराया

नार्दन इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर शुरू

नार्दन इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर शुरू

केंद्र से मांगे 650 करोड़

केंद्र से मांगे 650 करोड़

सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

हा-काम्बिंग में मिले 31 नरकंकाल

हा-काम्बिंग में मिले 31 नरकंकाल

पर्वतीय कृषि को अधिक उत्पादक एवं लाभकारी बनाएं: राज्यपाल

पर्वतीय कृषि को अधिक उत्पादक एवं लाभकारी बनाएं: राज्यपाल

देश की पंचायत व्यवस्था में कितने पढ़े लिखे बेवकूफ

देश की पंचायत व्यवस्था में कितने पढ़े लिखे बेवकूफ

सेना और जनता का टकराव

सेना और जनता का टकराव

पाकिस्तान के लिए परेशानी का सबब है ब्रिक्स की बुनियाद

पाकिस्तान के लिए परेशानी का सबब है ब्रिक्स की बुनियाद

Uttarakhand is back on track

Uttarakhand is back on track

उत्तराखण्ड सिर्फ विकास की बोली समझता है

उत्तराखण्ड सिर्फ विकास की बोली समझता है

आज के सत्ताधीश

आज के सत्ताधीश

सेना और जनता का टकराव

सेना और जनता का टकराव

रविवार, 16 अक्तूबर 2016

उत्तराखण्ड सिर्फ विकास की बोली समझता है

उत्तराखण्ड सिर्फ विकास की बोली समझता है

आज के सत्ताधीश

आज के सत्ताधीश

उत्तराखण्ड की उडनपरी

उत्तराखण्ड की उडनपरी

जन्नत ये गांव

जन्नत ये गांव

आखिर अपने लोग क्यों हाशिये पर रखती है प्रदेश सरकार

आखिर अपने लोग क्यों हाशिये पर रखती है प्रदेश सरकार

शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2016

सीएम की बेटी ने नींद उड़ा दी इनकी

सीएम की बेटी ने नींद उड़ा दी इनकी

अभी भी पांच हजार से अधिक नर कंकाल

अभी भी पांच हजार से अधिक नर कंकाल

केदारघाटी में सामने आने लगा कड़वा सच

केदारघाटी में सामने आने लगा कड़वा सच

खोजो नर कंकाल अभियान चलाए सरकार: निशंक

खोजो नर कंकाल अभियान चलाए सरकार: निशंक

टैटू मिटाने के लिए युवक जला रहे शरीर

टैटू मिटाने के लिए युवक जला रहे शरीर

रेलवे प्रोजेक्ट में ग्रामीणों का सहयोग जरूरी : मिश्र

रेलवे प्रोजेक्ट में ग्रामीणों का सहयोग जरूरी : मिश्र

दून पहुंचने पर चंद्रशेखर भट्ट का जोरदार स्वागत

दून पहुंचने पर चंद्रशेखर भट्ट का जोरदार स्वागत

गुरुवार, 13 अक्तूबर 2016

15 करोड़ की लागत से निर्मित बहुद्देशीय क्रीड़ा हाल लोकार्पित

15 करोड़ की लागत से निर्मित बहुद्देशीय क्रीड़ा हाल लोकार्पित

मृतकों की याद में बने स्मारक को विभाग ने तोड़ा

मृतकों की याद में बने स्मारक को विभाग ने तोड़ा

यात्रा के सफल संचालन से भाजपा में घबराहट: नेगी

यात्रा के सफल संचालन से भाजपा में घबराहट: नेगी

भजन संध्या और चारधाम एपिसोड पर कटघरे में सरकार

भजन संध्या और चारधाम एपिसोड पर कटघरे में सरकार

मंगलवार, 11 अक्तूबर 2016

e paper 12.10.2016

e paper 12.10.2016

पहाड़ से बचने के चक्कर में अफसरों ने डूबो दिया एकमात्र जड़ी-बूटी शोध संस्थान

पहाड़ से बचने के चक्कर में अफसरों ने डूबो दिया एकमात्र जड़ी-बूटी शोध संस्थान

बेजुबानों को ही अपना परिवार बना लिया

बेजुबानों को ही अपना परिवार बना लिया

सीएम रावत ने रामलीला झॉकी व दुर्गा माता डोला के साथ पैदल भम्रण कर जनसम्पर्क किया

सीएम रावत ने रामलीला झॉकी व दुर्गा माता डोला के साथ पैदल भम्रण कर जनसम्पर्क किया

सांस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है माणा गांव

सांस्कृतिक पहचान के लिए प्रसिद्ध है माणा गांव

पर्वतीय जिलों में प्रतिव्यक्ति आय मैदानी जिलों के मुकाबले आधा

पर्वतीय जिलों में प्रतिव्यक्ति आय मैदानी जिलों के मुकाबले आधा

चारधाम के कपाट बंद होने की तिथिया घोषित

चारधाम के कपाट बंद होने की तिथिया घोषित

‘जन सेवा’ ग्रुप, अब ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति

‘जन सेवा’ ग्रुप, अब ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति

‘जन सेवा’ ग्रुप, अब ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति

‘जन सेवा’ ग्रुप, अब ‘देवभूमि जनसेवा’ समिति

रविवार, 9 अक्तूबर 2016

जमीनी नेता की हकीकत

जमीनी नेता की हकीकत

मैं सिर्फ पत्थर नहीं हूॅ, साक्षात शिव हूॅ

मैं सिर्फ पत्थर नहीं हूॅ, साक्षात शिव हूॅ

gk 2014

gk 2014

सुकून देते हैं केदार घाटी के तीर्थ, ताल, बुग्याल व सरोवर

सुकून देते हैं केदार घाटी के तीर्थ, ताल, बुग्याल व सरोवर

नदी, गाड़-गदेरे बन गए हैं मनुष्य के लिए खतरनाक

नदी, गाड़-गदेरे बन गए हैं मनुष्य के लिए खतरनाक

देवभूमि में पंच बदरी और पंच केदार हैं आस्था के दस द्वार

देवभूमि में पंच बदरी और पंच केदार हैं आस्था के दस द्वार

जमीनी नेता की हकीकत

जमीनी नेता की हकीकत

शनिवार, 8 अक्तूबर 2016

मेरा डांडी काण्ठियों का मुलुक

मेरा डांडी काण्ठियों का मुलुक

जो मां की पूजा करता है, उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है

जो मां की पूजा करता है, उसकी मनोकामना पूरी हो जाती है

मीट देखो,मीट की धार देखो.सरकारी खजाना, मीट की तरी में तैरता,उस पार देखो.

मीट देखो,मीट की धार देखो.सरकारी खजाना, मीट की तरी में तैरता,उस पार देखो.

भारत का आखिरी गाँव

भारत का आखिरी गाँव

स्वच्छता पाती!

स्वच्छता पाती!

कहीं मेरे देश की मानवता भी न मर जाए यूँही।

कहीं मेरे देश की मानवता भी न मर जाए यूँही।

… जागर सुन, बरस जाते हैं बादल

… जागर सुन, बरस जाते हैं बादल

2 Habits Most Entrepreneurs Don’t Develop But Should

2 Habits Most Entrepreneurs Don’t Develop But Should

उत्तराखंड वन विकास निगम (UFDC) में 191 पदों पर सीधी भर्ती, 13 अक्टूबर तक करें आवेदन

उत्तराखंड वन विकास निगम (UFDC) में 191 पदों पर सीधी भर्ती, 13 अक्टूबर तक करें आवेदन

मैथ्यू हरिकेन से फ्लोरिडा बेहाल, हैती में कम से कम 900 लोगों की मौत

मैथ्यू हरिकेन से फ्लोरिडा बेहाल, हैती में कम से कम 900 लोगों की मौत

राजधानी दून में आठ नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि

राजधानी दून में आठ नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि

पारम्परिक फसलों का दिया जा रहा बोनसः सीएम

पारम्परिक फसलों का दिया जा रहा बोनसः सीएम

किसान यात्रा के बाद राहुल आदिवासी यात्रा करेंगे

किसान यात्रा के बाद राहुल आदिवासी यात्रा करेंगे

बदरीनाथ में होंगे परंपरा और संस्कृति के दर्शन

बदरीनाथ में होंगे परंपरा और संस्कृति के दर्शन

शुक्रवार, 7 अक्तूबर 2016

thish lo….पहाड के शेर से डरती है दुनिया

thish lo….पहाड के शेर से डरती है दुनिया

जय देवभूमि जय उत्तराखंड

जय देवभूमि जय उत्तराखंड

71 साल की आयु में सीमांत की बंजर भूमि पर उगा रहे हैं सोना !

71 साल की आयु में सीमांत की बंजर भूमि पर उगा रहे हैं सोना !

पान की दुकान से पत्रकारिता तक

पान की दुकान से पत्रकारिता तक

e paper 08.10.2016

e paper 08.10.2016

…और नारा लगा रहे है स्वदेश-स्वदेश

…और नारा लगा रहे है स्वदेश-स्वदेश

गुरुवार, 6 अक्तूबर 2016

Panch Kedar in Uttarakhand

Panch Kedar in Uttarakhand

वर्ष 2016 में आयोजित होने वाली सभी भर्तियों की सूची : अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें|

वर्ष 2016 में आयोजित होने वाली सभी भर्तियों की सूची : अधिक जानकारी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें|

“” आंतकवादी ” रक्तबीज ” होते हैं क्या ?

“” आंतकवादी ” रक्तबीज ” होते हैं क्या ?

भूतों का गांव

भूतों का गांव

उनकी ऐसी सोच……..एक पागल को दूसरा पागल सम्मानित कर रहा

उनकी ऐसी सोच……..एक पागल को दूसरा पागल सम्मानित कर रहा

६० सालों से संजो रहें हैं लोक की सांस्कृतिक विरासत

६० सालों से संजो रहें हैं लोक की सांस्कृतिक विरासत

सबसे बड़ा खलनायक है तो शिक्षक

सबसे बड़ा खलनायक है तो शिक्षक

“”—शख्स से शख्सियत Y S Negi जी-“””

“”—शख्स से शख्सियत Y S Negi जी-“””

hanuman-on-rock/स्वर्गारोहिणी की पहाड़ी पर हनुमान

hanuman-on-rock/स्वर्गारोहिणी की पहाड़ी पर हनुमान

एक और गंधकयुक्त पानी का चश्मा

एक और गंधकयुक्त पानी का चश्मा

कण-कण में देवताओं का वास

कण-कण में देवताओं का वास

कौवों का कब्रगाह

कौवों का कब्रगाह

भीमताल स्विटजरलैण्ड से भी खूबसूरत

भीमताल स्विटजरलैण्ड से भी खूबसूरत

 कुंजापुरी में गिरा था देवी सती का कुंज भाग

 कुंजापुरी में गिरा था देवी सती का कुंज भाग

e 7.10.2016

e 7.10.2016

अब संजीवनी बूटी के नाम पर होगा खेल!

अब संजीवनी बूटी के नाम पर होगा खेल!

(राजसी शान टिहरी नथ ..!)

(राजसी शान टिहरी नथ ..!)

(नई शिक्षा नीति में हो, ठोस पहल)

(नई शिक्षा नीति में हो, ठोस पहल)

स्मार्ट पहाड़ के बारे में कब सोचोगे सरकार….?

स्मार्ट पहाड़ के बारे में कब सोचोगे सरकार….?

रक्तपिपासुओं की खूनी प्यास

रक्तपिपासुओं की खूनी प्यास

नदी से निकलते हैं शिवलिंग

नदी से निकलते हैं शिवलिंग

देवलगढ़ राजमहल में विराजमान है मा राजराजेश्वरी

देवलगढ़ राजमहल में विराजमान है मा राजराजेश्वरी

सोमवार, 1 अगस्त 2016

‘आरटीआई टी स्टॉल’



rti
जिस शख्स की वजह से सैकड़ों ग्रामीणों ने सरकार के बारे में जानकारियां हासिल की और इन जानकारियों की बदौलत लोगों ने सरकार से मिलने वाली सुविधाएं और अपना हक हासिल किया। उसकी पहचान एक चाय की दुकान है। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के चौबेपुर गांव में चाय की दुकान उनका दफ्तर भी है। जहां पर बैठ लोग गरमा गरम चाय की चुस्कियों के साथ अपनी परेशानियों का हल भी ढूंढते हैं। पिछले पांच सालों से 27 साल के कृष्ण मुरारी यादव जिस चाय की दुकान पर बैठकर ये काम करते हैं वो दुकान दूसरों से अलग नहीं है, तीन कच्ची दीवारों और फूस की छत के नीचे वो अब तक सैकड़ों बार सूचना का अधिकार यानी आरटीआई का इस्तेमाल कर लोगों की भलाई में जुटे हैं।लोकतंत्र की जड़ें गहरी करने में आरटीआई की तारीफ जितनी की जाये उतनी कम है। इससे लाल फीताशाही दूर करने और अफसरशाही के टालमटोल वाले रवैये को दूर करने में मदद मिलती जरूर है लेकिन ये तस्वीर का एक पहलू है। इसका दूसरा पहलू भी है और वो है कि 12 अक्टूबर 2005 से लागू हुए आरटीआई के बारे में आज भी दूर दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों को इसकी ज्यादा जानकारी नहीं है। वो ये नहीं जानते कि अपने गांव की सड़क हो या अस्पताल या फिर राशन की दुकान में आने वाले समान की जानकारी आरटीआई के जरिये कैसे हासिल कर सकते हैं। इस बात को जब करीब 5 साल पहले कानपुर के रहने वाले कृष्ण मुरारी यादव ने जाना तो उन्होंने फैसला लिया वो ऐसे लोगों को इसकी जानकारी देंगे।27 साल के कृष्ण मुरारी यादव ने समाजशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। वे बताते हैं कि जब वे इंटर में पढ़ाई कर रहे थे तब वे स्कूल की तरफ से कई बार गरीब बच्चों को पढ़ाने और उन्हे जागरूक करने का काम करते थे लेकिन पढ़ाई खत्म करने के बाद करीब 2 साल तक उन्होंने नौकरी की, लेकिन इस काम में उनका मन नहीं लगता था। कृष्ण मुरारी यादव के मुताबिक “एक दिन मैंने देखा कि एक सरकारी ऑफिस के बाहर 5-6 लोग मिलकर वहां पर आने वाले लोगों को सूचना अधिकार कानून (आरटीआई) की जानकारी दे रहे थे। वे उन लोगों को कह रहे थे कि अगर उनका काम किसी कारणवश सरकारी विभाग में नहीं हो पा रहा है, तो वे आरटीआई डालें। जिसके बाद लोगों का काम बिना किसी को पैसे दिये हो रहा था। इस बात से मैं काफी प्रभावित हुआ।”तब कृष्ण मुरारी को लगा कि आरटीआई तो एक औजार है अगर लोग इसका सही इस्तेमाल करें तो देश की आधी आबादी की समस्या दूर हो जायेगी, जो सालों से अपनी समस्याओं को लेकर सरकारी विभागों के चक्कर काट रहे हैं। तब उन्होंने आरटीआई के बारे में गहन अध्ययन किया ताकि वे इस कानून को अच्छी तरह से जान सकें। जिसके बाद वो साल 2011 में पूरी तरह इस मुहिम से जुड़ गये।कानपुर शहर में ही उन्होंने अनेक लोगों के लिए आरटीआई डालकर उनकी मदद की। धीरे धीरे अपने काम को लेकर वो शहर में मशहूर हो गये। जब उनके काम की चर्चा अखबारों में होने लगी तो उनके परिवार वाले नाराज हुए क्योंकि वो चाहते थे कि कृष्ण मुरारी यादव समाज सेवा छोड़ नौकरी पर ध्यान दें। लेकिन इन बातों का कृष्ण मुरारी पर कोई प्रभाव नहीं हुआ और एक दिन वो अपने परिवार से दूर चौबेपुर गांव में आकर रहने लगे। क्योंकि उनका मानना है”देश की आधे से ज्यादा आबादी गांवों में रहती है और जब शहरों में ही लोगों को आरटीआई के बारे में ठीक से नहीं पता है, तो गांवो में तो अशिक्षा और जानकारी के अभाव में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होगी।” कृष्ण मुरारी ने लोगों को आरटीआई की जानकारी देने से पहले 20-25 गांवों में सर्वे कर ये जानने की कोशिश की कि उनकी समस्याएं क्या हैं। इसके बाद उन्होंने पदयात्रा निकालकर और पैम्पलेट बांट कर वहां के लोगों को जागरूक किया। उन्होंने गांव वालों से कहा कि अगर उनका किसी भी तरह का सरकारी काम नहीं हो रहा है तो वे उनके पास आयें। वे उनका काम करवाने में मदद करेगें।इसके बाद तो मुरारी के पास शिकायतों का अंबार लग गया। काफी लोगों ने उन्हें बताया कि बहुत कोशिशों के बाद भी उनका राशनकार्ड नहीं बना है, कुछ लोगों ने उन्हें जमीन का मुआवजा न मिलने की बात बताई। एक व्यक्ति ने उन्हें बताया कि उसके भाई की 2002 में दुर्घटना में मौत हो गयी थी उसका मुआवजा नहीं मिला है। जिसके बाद उन्होंने इन सब समस्याओं को दूर करने के लिए जब आरटीआई डाली तो इससे लोगों के रूके हुए सभी काम पूरे होने लगे। अब कृष्ण मुरारी के सामने एक बड़ी समस्या थी ऐसी जगह की जहां पर लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुन सकें और उनको आरटीआई कैसे डाली जाती है, उसके बारे में बता सकें। इस काम में उनकी मदद की तातियागंज गांव में चाय की दुकान चलाने वाले मूलचंद ने। वे बताते हैं कि “मैं और मेरे साथी इसी दुकान में चाय पीते थे। साथ ही हम अपने काम के बारे में यहीं बैठकर बातचीत करते थे। ऐसे में मूलचंद भी इस काम में दिलचस्पी दिखाने लगे। जिसके बाद उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं उनकी दुकान में ही अपना ऑफिस खोल लूं।”इस तरह कृष्ण मुरारी ने साल 2013 में ‘आरटीआई टी स्टॉल’ नाम से उस जगह अपना ऑफिस खोल दिया। इसके बाद लोग आस पास के गांव से ही नहीं बल्कि झांसी, हमीरपुर, घाटमपुर, बांदा, रसूलाबाद से भी आने लगे। वे कहते हैं “अब तक मैं करीब 500 लोगों की आरटीआई के जरिये मदद कर चुका हूं। इसके अलावा मैंने खुद 250-300 आरटीआई डाली हैं। साथ ही मैंने काफी ऐसे लोगों की भी आरटीआई डालने में मदद की है जो की फोन के जरिये मुझसे संपर्क करते हैं।” चौबेपुर के लोगों को जिन समस्याओं से दो चार होना पड़ता है वो देश के गांवों के लोगों की समस्याओं का एक उदाहरण भर है। भूमि विवाद, सरकारी कर्ज की योजनाएं, पेंशन, सड़क निर्माण और स्थानीय स्कूलों के लिये पैसे, इस तरह की समस्याएं काफी ज्यादा हैं।अपनी आर्थिक दिक्कतों के बारे में कृष्ण मुरारी यादव का कहना है कि वो कुछ पत्र-पत्रिकाओं और पोर्टल में लेख लिखकर थोड़ा बहुत पैसा कमाते हैं। बावजूद कई बार उनके पास आरटीआई डालने के लिए पैसे नहीं होते हैं तब वे दोस्तों से उधार मांग कर आरटीआई डालते हैं। अब उनकी योजना एक ऐसी मोबाइल वैन बनाने की है जो दूर दराज के इलाकों में जाकर लोगों को आरटीआई से जुड़ी सभी जानकारियां दे सके।