बद्रीनाथ धम में बिजली, पानी तथा दूरसंचार व्यवस्था हुई सुचारूः जिलाध्किारी
चारधम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी अशोक कुमार ने आज हैलीकाप्टर द्वारा बद्रीनाथ पहुॅचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए बताया कि बद्रीनाथ धम में बिजली, पानी तथा दूरसंचार व्यवस्था सुचारू कर दी गयी है। मन्दिर परिसर, मन्दिर मार्ग, दो हैलीपैड़ों सहित अन्य स्थानों की बपर्फ भी हटवा दी गयी है। उन्होंने बताया कि गढ़वाल मण्ड़ल विकास निगम, अतिथि गृहों व यूथ हाॅस्टल सहित अन्य स्थानों में बिजली, पानी व्यवस्था बहाल कर दी गयी है। बपर्फ को गलाने के लिए नमक तथा यूरिया का छिड़काव किया जा रहा है और कंचनजंघा पर मोटरमार्ग को ठीक करने के लिए बीआरओ द्वारा बपर्फ कटिंग का काम यु( स्तर पर चल रहा है। बपर्फ कटिंग के लिए जे.पी. कम्पनी द्वारा एक-एक पौकलैण्ड़ मशीन व जेसीबी उपलब्ध् करायी गयी है। धम में सपफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में मजदूर तैनात कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सभी व्यवस्थायें 20-21 अपै्रल तक पूर्ण कर ली जायेंगी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ पुलिस अध्ीक्षक सुनील कुमार मीणा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शनिवार को केदारनाथ धाम पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने देश-विदेश में रहने वाले यात्रियों से केदारनाथ आने की अपील की। सीएम ने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का निरीक्षण करने के बाद गुप्तकाशी में व्यापारियों व मजदूरों को साढ़े आठ करोड़ से अधिक के चेक वितरित किए। तयशुदा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री सुबह ग्यारह बजे हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम यात्रियों के स्वागत के लिए सरकार तैयार है, यहां पांच हजार यात्रियों की रहने की व्यवस्था हो चुकी है। बर्फ रास्तों से साफ की जा चुकी है। सीएम ने पुनर्निर्माण को लेकर डीएम रुद्रप्रयाग व धाम में रह रहे निम के कर्मचारियों व मजदूरों से बातचीत की। इसके बाद सीएम केदारनाथ से गुप्तकाशी हेलीपैड पहुंचे, लोनिवि के निरीक्षण भवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने 48 केदारनाथ आपदा पीडि़तों को आठ करोड़ 67 लाख 52 हजार दो दो सौ 66 रुपये तथा 13 मजदूरों को 130000 रुपये की धनराशि के चेक वितरित किए। उन्होंने कहा कि अभी तक केदारनाथ में 24 भवन स्वामी अपनी सहमति दे चुके हैं, जिसमें 13 भवनों को तोडऩे की सहमति शासन को मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि केदारपुरी अब मानसरोवर की तरह दिख रहा है। अभी तक रामबाड़ा से ऊपर 2500 लोगों को जाने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने देश-विदेश से अधिक से अधिक यात्रियों को चारधाम यात्रा पर आने का आमंत्रण दिया है। इसके लिए उन्होंने प्रशासन के साथ ही तीर्थपुरोहितों, व्यवसायियों व स्थानीय लोगों से सहयोग की अपेक्षा भी की है। जिससे पूरे देश में यात्रा को लेकर अच्छा संदेश पहुंच सके। अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा ने कहा कि मुआवजे पर कोई कर नहीं लगेगा। भवन स्वामियों को जमीन के बदले जमीन दी जाएगी। उन्होंने भवन के लिए भवन स्वामियों को माडल तैयार करने बाद भवन बनाकर देंगे। मंदिर के पचास फीट के बहार जो जीर्ण-शीर्ण भवन हैं, इसके लिए यदि भवन स्वामी अपनी सहमति देता है, तो ठीक है, नहीं तो सुरक्षा की दृष्टि से इसे तोड़ा जाए। इसके लिए डीएम को निर्देशित किया जा चुका है। इस अवसर पर संसदीय सचिव शैलारानी रावत, डीएम डॉ. राघव लंघर, सहायक सेटलमेंट आफिसर एलआर चौहान समेत यात्रा से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। सीएम को सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन का निरीक्षण करना था पर नहीं कर सके।
चारधम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी अशोक कुमार ने आज हैलीकाप्टर द्वारा बद्रीनाथ पहुॅचकर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए बताया कि बद्रीनाथ धम में बिजली, पानी तथा दूरसंचार व्यवस्था सुचारू कर दी गयी है। मन्दिर परिसर, मन्दिर मार्ग, दो हैलीपैड़ों सहित अन्य स्थानों की बपर्फ भी हटवा दी गयी है। उन्होंने बताया कि गढ़वाल मण्ड़ल विकास निगम, अतिथि गृहों व यूथ हाॅस्टल सहित अन्य स्थानों में बिजली, पानी व्यवस्था बहाल कर दी गयी है। बपर्फ को गलाने के लिए नमक तथा यूरिया का छिड़काव किया जा रहा है और कंचनजंघा पर मोटरमार्ग को ठीक करने के लिए बीआरओ द्वारा बपर्फ कटिंग का काम यु( स्तर पर चल रहा है। बपर्फ कटिंग के लिए जे.पी. कम्पनी द्वारा एक-एक पौकलैण्ड़ मशीन व जेसीबी उपलब्ध् करायी गयी है। धम में सपफाई व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में मजदूर तैनात कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि सभी व्यवस्थायें 20-21 अपै्रल तक पूर्ण कर ली जायेंगी। निरीक्षण के दौरान उनके साथ पुलिस अध्ीक्षक सुनील कुमार मीणा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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